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सृजन घोटाला : ... तो पाताल में छिपे हैं खलनायक, नहीं हो सकी गिरफ्तारी, अमित-प्रिया में छिपा है पोशीदा राज

Srijan scam सृजन संस्था की कर्ताधर्ता मनोरमा देवी के जीवित काल में ही लेन-देन में बिल्डर और नेताओं से जुड़े लोगों की दखल को लेकर विवाद बढ़ गया था। मामला उजागर होने पर होश उड़ गए।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 08:21 AM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 08:21 AM (IST)
सृजन घोटाला : ... तो पाताल में छिपे हैं खलनायक, नहीं हो सकी गिरफ्तारी, अमित-प्रिया में छिपा है पोशीदा राज
सृजन घोटाला : ... तो पाताल में छिपे हैं खलनायक, नहीं हो सकी गिरफ्तारी, अमित-प्रिया में छिपा है पोशीदा राज

भागलपुर [कौशल किशोर मिश्र]। करोड़ों के सृजन घोटाले के खलनायक बने अमित कुमार और उसकी पत्नी प्रिया की अबतक गिरफ्तारी नहीं होना सवाल खड़ा करता है। सृजन महिला विकास सहयोग समिति की जनक रही मनोरमा देवी की मौत से पहले ही उसके बेटे अमित और बहू प्रिया सबकुछ संभाल लिया था। दोनों के जेहन में करोड़ों के इस घोटाले का पोशीदा राज छिपा रखा है। उनकी गिरफ्तारी से भागलपुर, आसपास के अलावा देश-विदेश में हुए करोड़ों के निवेश का राज खुल जाएगा। दोनों के विरुद्ध वारंट निर्गत हुए भी काफी दिन हो गए लेकिन उनका पता नहीं चल सका है।

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अगस्त 2017 में उजागर हुए इस चर्चित घोटाले का सच इसके पूर्व से दबाने का प्रयास चल रहा था। सृजन संस्था की कर्ताधर्ता मनोरमा देवी के जीवित काल में ही लेन-देन में कुछ स्थानीय बिल्डर, नेताओं और चौथे स्तंभ से जुड़े लोगों की दखल को लेकर विवाद बढ़ गया था। मनोरमा के बेटे अमित और उसकी पत्नी प्रिया ने संस्था के लेन-देन पर नजर रखनी शुरू कर दी। उसके संचालन पर अपना प्रभाव बना लिया था।

कहा जाता है कि उसके बाद ही बड़े पैमाने पर निकासी और दूसरे राज्यों में बड़ी रकम का निवेश होने लगा था। सीबीआई की जांच आरंभ होने के पूर्व ही अमित और प्रिया भूमिगत हो गए। तब से दोनों के कभी दिल्ली, रांची तो कभी विदेश में होने की चर्चा होती रही। लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। उनकी गिरफ्तारी से कई बिल्डर, नेता, प्रभावशाली लोगों के अलावा चौथे स्तंभ से जुड़े लोगों के चेहरे बेनकाब हो जाएंगे। दोनों के पास उन तमाम लोगों से हुए लेनदेन से जुड़े राज छिपे हैं।

प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा से जुड़े सात अधिकारियों के पुत्रों, पत्नियों के नाम ट्रांसफर हुए रकम। बेंगलुरु समेत देश के अन्य राज्यों में खरीदे गए फ्लैट्स का सच खुद ब खुद उजागर हो जाएगा। केवल भागलपुर के शहरी क्षेत्र में कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और बेशकीमती भूखंडों में सृजन घोटाले की रकम लगी है। अबतक की तफ्तीश से संज्ञान में आए संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई पूरी की जा चुकी है। लेकिन घोटाले में खलनायक की भूमिका में रहे अमित कुमार और प्रिया की गिरफ्तारी बाद उन अकूत संपत्तियों का पता चल सकेगा जिस पर रहस्य का धुंध पड़ा है।


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