संत दूसरों को सुख देते हैं : हरिनंदन बाबा
कुप्पा घाट पर सत्संग का हुआ आयोजन। इसमें हरिनंदन बाबा ने धर्म का मर्म बताया।
भागलपुर। संत दूसरों के दुख को दूर करने वाले होते हैं। संत पापों से दूर रहने की सलाह देते हैं। गुरुवार को कुप्पाघाट स्थित महर्षि मेंही आश्रम में आयोजित संतसेवी परमहंस महाराज की 99 वें जयंती पर हरिनंदन बाबा ने प्रवचन करते हुए कहा।
उन्होंने कहा कि जो ईश्वर का भजन करते रहेंगे उनका लोक और परलोक भी सुधर जाएगा। संतों का जीवन परोपकार के लिए होता है। उन्होंने कहा कि जब साधकसाधन रुपी गुणों को धारण करता है तो उसका मन पवित्र हो जाता है। भगीरथ बाबा ने कहा कि संतों के मार्ग पर चलकर ही मानव जाति का कल्याण संभव है। जब से पृथ्वी पर सृष्टि है तब से संतमत का प्रचार है। गुरुप्रसाद बाबा ने संत परमहंस महाराज की जीवनी के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर कमलानंद बाबा, रामजी बाबा, विवेकानंद बाबा, स्वरुपानंद स्वामी आदि ने भी विचार दिए। जयंती के अवसर पर ध्यान, अभ्यास, भजन-कीर्तन, भंडारा का आयोजन किया गया। कोलकाता, नेपाल सहित कई जिलों के श्रद्धालु आयोजन में शामिल हुए। निर्धनों को कंबल भी दिए गए।