भारतीय रेल की रफ्तार: 157 वर्ष बाद बिहार को मिली दूसरी रेल सुरंग, दौड़ पड़ी ट्रेन
भारतीय रेल की रफ्तार भारतीय रेल की रफ्तार का गवाह बनेगी सुरंग फरवरी के पहले सप्ताह से होगा परिचालन। भागलपुर-किऊल-बेगूसराय-खगडिय़ा के बीच चलने लगेंगी सभी ट्रेनें। नई सुरंग से 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलेगी।
संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर)। पूर्व रेलवे के मालदा रेल मंडल स्थित जमालपुर-रतनपुर स्टेशन के बीच राज्य की दूसरी नई रेल सुरंग ट्रेन परिचालन के लिए पूरी तरह तैयार है। मुख्य सुरक्षा आयुक्त एएस चौधरी की जांच पूरी हो गई है। राज्य को दूसरी रेल सुरंग 157 वर्ष बाद तोहफा के रूप में मिली है। जांच के एक सप्ताह के बाद फरवरी के पहले सप्ताह से नई सुरंग से ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। नई रेल सुरंग भारतीय रेल की रफ्तार का गवाह बनेगा। यह सुरंग एक साथ कई सौगात लेकर आई है।
नई सुरंग की वजह से इस रूट से पहली राजधानी एक्सप्रेस चलाने की हरी झंडी मिली है। जल्द ही नई सुरंग होकर अगरतला-आनंद विहार टर्मिनल तेजस राजधानी का परिचालन शुरू होगी। नई सुरंग से ट्रेनों और मालगाडिय़ों को भी नई गति मिलेगी। भागलपुर-जमालपुर रेल खंड के बीच उत्पन्न ट्रैफिक व्यवस्था को दूर करने में नए सुरंग बड़ा ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और यह सुरंग रेलवे के राजस्व को बढ़ाने में काफी मददगार साबित भी होगा।
रेल विकास को लगेगा पंख
मालदा मंडल के डीआरएम यतेंद्र कुमार ने बताया कि नई रेल सुरंग चालू होने से रेल विकास को नया पंख लगेगा। सुरंग पूरी तरह बनकर तैयार है। इस रूट से राजधानी एक्सप्रेस चलाने की मांग कई वर्षों से चल रही थी। सिगल लाइन और सुरंग की पेच से राजधानी एक्सप्रेस के परिचालन शुरू नहीं हो रहा था। अब सभी बाधाएं दूर होने के बाद राजधानी एक्सप्रेस के परिचालन का सहमति मिल गई। मालदा से किऊल के बीच 276 किमी रेलवे ट्रैक पूरी तरह दोहरीकरण हो गया है। अब जमालपुर से रतनपुर तक सिगल लाइन की बाधाएं समाप्त हो जाएगी।
नई सुरंग पर एक नजर
- - पुराने सुरंग का निर्माण कार्य 1861 शुरू हुआ, 1865 में संपन्न हुआ।
- - नई सुरंग निर्माण कार्य 2019 में शुरू हुआ 2022 में पूरा हुआ।
- - नई सुरंग की लंबाई 341 मीटर और चौड़ाई सात मीटर है।
- - नई सुरंग की ऊंचाई 6.180 मीटर है।
- - नई सुरंग से 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलेगी।
आज से ट्रेनों का परिचालन होगा सामान्य
नन इंटरलाकिंग और सीआरएस जांच पूरा होने के बाद भागलपुर-किऊल रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से सामान्य हो जाएगा। 21 रद एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें शनिवार से चलने लगेगी। नन इंटरलाकिंंग काम की वजह से एक सप्ताह से ट्रेनों का परिचालन अस्त व्यस्त था। ट्रेनों को बंद कर दी गई। डीआरएम ने बताया कि सभी काम सफलता पूर्वक हो गया। शनिवार से ट्रेनें पहले की तरह चलने लगेंगी।