स्मार्ट सिटी के सपनों की फाइल खुली, अगले सप्ताह से शुरू होगा कार्य, जानिए... बजट Bhagalpur News
बीते तीन वर्षो में 13 करोड़ की राशि शहर में ट्रैफिक सिग्नल पार्क में झूले शौचालय बोर्ड सीसीटीवी कैमरे कूड़ा ढोने वाले वाहनों की खरीदारी बायो टॉयलेट आदि पर खर्च की गई।
भागलपुर [जेएनएन]। 'स्मार्ट सिटी चैलेंज' के दूसरे दौर में तीन साल पहले ही बाजी मारने के बावजूद भागलपुर के सपनों को न उड़ान मिली, न ही उम्मीदों को कोई राह। राशि भी मिल गई, लेकिन निविदाएं लटक गईं।
24 मई 2016 को स्मार्ट सिटी के लिए चयनित होने के बाद स्मार्ट सिटी मिशन ने 382 करोड़ की राशि भी मुहैया कराई, पर निविदा महज 3.92 फीसद। अधिकारियों की खींचतान में शहर के सपनों की फाइलें यूं ही बंद। अब नए सिरे से उम्मीदों की फाइल खुली है तो देखना यह कि रफ्तार कितनी तेज होती है।
अधर में छोटी-बड़ी परियोजना
बीते तीन वर्षो में 13 करोड़ की राशि शहर में ट्रैफिक सिग्नल, पार्क में झूले, शौचालय, बोर्ड, सीसीटीवी कैमरे, कूड़ा ढोने वाले वाहनों की खरीदारी, बायो टॉयलेट, बैरियर, यातायात ट्रॉली आदि पर खर्च की गई। किसी भी छोटी-बड़ी परियोजना पर कार्य नहीं हुआ। तत्कालीन नगर आयुक्त श्याम मीणा के 20 महीने के कार्यकाल में सड़क, कंट्रोल एंड कमांड, सोलर लाइट और कूड़ा निस्तारण की निविदा के रद होने का सिलसिला जारी रहा। विकास कार्यों का डीपीआर तैयार करने वाली कंसल्टेंसी की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में रही। अधिकांश डीपीआर निविदा में सफल नहीं हो सके। बहरहाल कंसल्टेंसी को हटाने के बाद भागलपुर के विकास कार्यों का डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड को सौंपी गई है।
दिसंबर तक निविदा पूरी करने का निर्देश
पटना में भारत सरकार के संयुक्त सचिव सह स्मार्ट सिटी मिशन के निदेशक कुणाल कुमार ने भागलपुर में दिसंबर तक निविदा प्रक्रिया पूरी कर अगले साल मार्च तक कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है। इससे पूर्व सोमवार को बिहार विकास मिशन की बैठक में मुख्यमंत्री के सलाहकार अंजनी कुमार सिंह ने स्मार्ट सिटी के कार्यों में शिथिलता पर गहरी नाराजगी जताई थी।
पहले चरण में लगेंगे सोलर प्लांट
शहर में सोमवार से स्मार्ट सिटी की योजना से सरकारी दफ्तरों की छतों पर सोलर प्लांट लगाने का कार्य शुरू हो जाएगा। गुरुवार को पटना में भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड, ब्रेडा और संवेदक के बीच करार हो गया है। सिकंदराबाद की कंपनी नोवा और आरआर सोलर सिस्टम का कार्य दिल्ली की कंपनी को मिला है। पहले चरण में 22 सरकारी संस्थानों में कार्य होगा। इसके बाद सार्वजनिक भवन और शहर के अन्य स्थानों पर प्लांट लगाए जाएंगे। इस पर बीस करोड़ की राशि खर्च होगी। उर्जा प्लंाट से 500 केवीए बिजली की आपूर्ति होगी। इन जगहों से खपत के बाद बची बिजली को स्मार्ट सिटी विद्युत विभाग को बेचेगा। स्मार्ट सिटी के अधिकारी ने बताया कि प्लांट लगने के बाद हर महीने डेढ़ से दो लाख रुपये राजस्व की बचत होगी। इसे स्मार्ट सिटी की योजनाओं पर खर्च किया जाएगा।
इन कार्यालयों में सौर उर्जा से बिजली
समाहरणालय, डीआरडीए, नगर निगम कार्यालय, संयुक्त भवन, सदर अस्पताल, प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय, एसडीओ कार्यालय, न्यायालय परिसर आदि में सौर उर्जा से विद्युत आपूर्ति की जाएगी।
कंट्रोल एंड कमांड केंद्र के डीपीआर का रास्ता साफ, 15 दिनों बाद निविदा
बार-बार निविदा रद होने के बाद पटना स्मार्ट सिटी के पीडीएमसी ने भागलपुर के 213 करोड़ की लागत वाली कंट्रोल एंड कमांड केंद्र का डीपीआर तैयार कर दिया है। इसके साथ 27 करोड़ की लागत वाले कंट्रोल एंड कमांड केंद्र भवन का डीपीआर भी बन गया है।
क्या-क्या होगा कंट्रोल एंड कमांड केंद्र में
यह ग्राउंड फ्लोर सहित पांच मंजिला भवन होगा। इसमें स्मार्ट सिटी का कार्यालय, मीटिंग हॉल, नियंत्रण कक्ष, सर्वर कक्ष होगा। भागलपुर स्मार्ट सिटी के सीजीएम ब्रजेश कुमार ने गुरुवार की शाम पटना से डीपीआर ले लिया है। उन्होंने बताया कि सितंबर के अंतिम सप्ताह में दोनों निविदाएं निकाली जाएंगी। पटना की तर्ज पर भागलपुर का डीपीआर तैयार है। इसी सप्ताह तकनीकी मंजूरी के लिए आईआईटी भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से स्वीकृति ली जाएगी। फिर निविदा की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी।
सैंडिस कंपाउंड का डीपीआर 15 दिनों में
सीजीएम ने कहा कि सैंडिस कंपाउंड और लाजपत पार्क का डीपीआर 15 दिनों में मांगा गया है। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का डीपीआर भी सितंबर के अंतिम सप्ताह में पटना स्मार्ट सिटी उपलब्ध करा देगी। स्मार्ट सड़क की फिजिकल रिपोर्ट तैयार हो गई है। इसका डीपीआर भी तैयार किया जा रहा है।
यह है स्मार्ट सिटी की आगामी योजना
स्मार्ट सड़क : 500 करोड़
कंट्रोल एंड कमांड केंद्र : 213 करोड़
कंट्रोल एंड कमांड केंद्र भवन : 27 करोड़
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट : 40 करोड़
ओपेन स्पेस : 40 करोड़
रिवर फ्रंट : 107 करोड़
सौर उर्जा : 20 करोड़