Smart City : कोरोना से लड़ते-लड़ते जेटिंग मशीन 'घायल', 15 लाख रुपये की लागत से खरीदी गई थी जेटिंग मशीन
Smart City तीन वर्ष पूर्व स्मार्ट सिटी योजना से 15 लाख की लागत से जेटिंग मशीन की खरीदारी हुई थी। पहले इस मशीन का इस्तेमाल सड़क की धुलाई और प्रतिमाओं की सफाई के लिए हो रहा था।
भागलपुर, जेएनएन। Smart City : कोरोना वायरस से लड़ते-लड़ते नगर निगम का जेटिंग मशीन घायल हो गया है। कल तक मशीन के प्रेशर से 25 से 30 फीट दूरी कवर हो जाती थी। अब यह 10 फीट भी नहीं रह गई है। ऐसे में शहर का सैनिटाइज का काम प्रभावित हो गया है। अब निगम कर्मी मशीन दुरुस्त कराने के लिए तकनीशियन की खोज में जुट गए हैं।
दरअसल, तीन वर्ष पूर्व स्मार्ट सिटी योजना से 15 लाख की लागत से जेटिंग मशीन की खरीदारी हुई थी। पहले इस मशीन का इस्तेमाल सड़क की धुलाई और प्रतिमाओं की सफाई के लिए हो रहा था। मार्च महीने से लॉकडाउन लगने के बाद जेटिंग मशीन को कोरोना वायरस को मारने के लिए सैनिटाइज कार्य में लगा दिया गया। तब से शहर में हर दिन इसी मशीन से सैनिटाइजेशन किया जा रहा है। मशीन का प्रेशर कम होने के कारण अब इससे एक मंजिले भवन का भी सैनिटाइजेशन नहीं हो रहा है। सैनिटाइज टीम में शामिल निगम कर्मियों का कहना है कि लगातार सैनिटाइजर का छिड़काव करने की वजह से मशीन का कंप्रेशर खराब हो गया है। इस कारण काम प्रभावित हो रहा है।
-मशीन में तकनीकी समस्या आ गई है। तकनीशियन को ठीक करने के लिए कहा गया है। एक से दो दिनों में प्रेशर की समस्या ठीक हो जाएगी। -कृष्णा प्रसाद, यांत्रिक अभियंता, नगर निगम।