बटरफ्लाई के आकार का बनेगा सिल्क भवन
-भागलपुर में अगले माह से 15 करोड़ की लागत से प्रारंभ होगा निर्माण -हैंडलूम दिवस पर सीएम ने पटना मे
भागलपुर। भागलपुर में अगले माह (अक्टूबर) से सिल्क (रेशम) भवन का निर्माण प्रारंभ होगा। 15 करोड़ की लागत से इस आधुनिक भवन का निर्माण होगा जिसका आकार (शेप) बटरफ्लाई (तितली) की तरह होगा। इस भवन में राज्य एवं केंद्र सरकार के सिल्क से जुड़े सभी कार्यालय स्थापित किए जाएंगे। एक साल में इस भवन का निर्माण पूरा होगा।
यह जानकारी गुरुवार को उद्योग विभाग के प्रधान सचिव एस. सिद्धार्थ ने दी। इसके पूर्व प्रधान सचिव की अध्यक्षता में भागलपुर के प्रमंडलीय सभागार में बुनकरों, रेशम उत्पादकों एवं तसर सूत कातकों के कल्याणार्थ चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा की गई। सिद्धार्थ ने कहा कि गत दिनों हैंडलूम दिवस पर सीएम ने पटना में सिल्क भवन के निर्माण को लेकर एकीकृत शिलान्यास किया था। सिद्धार्थ ने कहा कि दिसंबर तक तसर कोकून के ंउत्पादन में तीन गुणा वृद्धि करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए ढाई हजार किसानों (कोकून उत्पादक) को प्रशिक्षण दिया जाएगा। कोकून उत्पादक क्षेत्र झारखंड सीमा से सटे बांका, जमुई, मुंगेर और नवादा है। प्रधान सचिव ने भागलपुर हाट (बाजार) की स्थापना के लिए प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार को जमीन चिह्नित करने का निर्देश दिया। जहां मंजूषा और सिल्क उत्पाद की खरीद आसानी से की जा सकेगी। इस स्थल को इस तरह विकसित किया जाएगा ताकि टूरिस्ट भी सिल्क सामग्रियों की खरीद के लिए यहां आ सके।
इसके पूर्व मेगा हैंडलूम कलस्टर की योजना जो भागलपुर के सात और बांका के तीन प्रखंडों में चलाई जा रही है जिसमें प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं तकनीकी उन्नयन से संबंधित प्रगति पर असंतोष प्रकट किया गया। कहा कि दो साल से योजना चल रही है और पूर्ण नहीं हुई है। इसमें केंद्र और राज्य के बीच में समन्वय का अभाव है। कहा कि दस कॉमन फेसिलिटी सेंटर और दो डाइंग हाउस का भी निर्माण होगा। इसके माध्यम से लूम का भी वितरण होगा। सिद्धार्थ ने इस योजना में डिजाइन और डाइंग की स्थापना के लिए प्राक्कलन तैयार कर शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश निफ्ट को दिया। प्रधान सचिव ने मुंगेर जिले के भीमबांध में एक तसर कलस्टर निर्माण की स्वीकृति प्रदान करने की घोषणा की। जिससे वहां के गरीब व्यक्तियों को व्यय का अधिक साधन उपलब्ध होगा। बैठक में आयुक्त राजेश कुमार, डीएम प्रणव कुमार, निदेशक, हस्तकरघा एवं रेशम, डीडीसी, उप निदेशक, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र सहित मेगा कलस्टर के अध्यक्षों ने भाग लिया।