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श्रावणी मेला 2022 : वाहन के प्रवेश पर रोक, होटल संचालक कराएं निबंधन, कमरा लेने के लिए करने होंगे यह काम

श्रावणी मेला 2022 दो वर्ष बाद इस बार श्रावणी मेला का आयोजन किया जा रहा है। मेला क्षेत्र में वाहन के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। होटल संचालकों को निबंधन कराने को कहा है।कमरा लेने के लिए विशेष नियम बरतने की सलाह दी गई है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Mon, 04 Jul 2022 08:14 AM (IST)Updated: Mon, 04 Jul 2022 08:14 AM (IST)
श्रावणी मेला 2022 : वाहन के प्रवेश पर रोक, होटल संचालक कराएं निबंधन, कमरा लेने के लिए करने होंगे यह काम
श्रावणी मेला 2022 : सुल्तानगंज में इसकी तैयारी के लिए बैठक हुई।

संवाद सूत्र, सुल्तानगंज (भागलपुर)। भागलपुर के सुल्तानगंज थाना परिसर में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले को लेकर थानाध्यक्ष लाल बहादुर की अध्यक्षता में सभी रेस्ट हाउस, विवाह भवन एवं मेडिकल स्टोर संचालक सहित श्रावणी मेला से जुड़े सभी दुकानदारों के साथ संयुक्त बैठक की गयी। बैठक में श्रावणी मेला को सफल बनाने को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया। वहीं थाना अध्यक्ष लाल बहादुर ने सभी होटल के संचालक को ससमय नगर परिषद से रजिस्ट्रेशन कराने का निर्देश दिया। साथ ही रजिस्ट्रेशन की एक प्रति और आवासीय होटल या रेस्ट हाउस का लोकेशन थाने को देने की बात कही। सभी आवासीय होटल, रेस्ट हाउस संचालकों को आगाह किया गया कि रेस्ट हाउस में ठहरने वाले श्रद्धालुओं के आधार कार्ड की छाया प्रति लेंगे और अपने पंजी में ठहरने वाले श्रद्धालुओं का सारा डिटेल मोबाइल नंबर सहित लेकर ही निर्धारित दर पर रूम किराये पर देंगे। निर्धारित दर से अधिक किराया लेने वाले होटल संचालकों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी ।

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नो एंट्री प्वाइंट पर रात्रि 12:00 से 2:00 बजे तक व्यावसायिक एंट्री

सुल्तानगंज में श्रावणी मेले का आयोजन 2 साल के बाद होने जा रहा है। जिससे व्यवसायियों में जहां एक तरफ खुशी देखी जा रही है वहीं, दूसरी तरफ व्यवसायियों के चेहरे पर नाराजगी देखी जा रही है। नाराजगी का सबसे बड़ा कारण है की जिला प्रशासन द्वारा शहर के सभी एंट्री प्वाइंट पर नो एंट्री लगा दिया गया है। जिससे कि व्यवसायियों को सामान लाने और पहुंचाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

बैठक में व्यवसायियों की प्रमुख मांगे थी कि शहर में गाड़ियों का आवागमन सुनिश्चित किया जाए ताकि सभी प्रकार के व्यवसायियों को सामान लाने और पहुंचाने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। ताकि 2 साल के बाद व्यवसाय पुनर्जीवित हो सके. फिलहाल इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया। बैठक में जन संसद के संरक्षक अजीत कुमार, दीपंकर कुमार, भाजपा नेता विजय सिंह, व्यवसायी मुन्ना चौधरी, प्रीतम चौधरी,अमर चौधरी, सहित कई बुद्धिजीवी मौके पर मौजूद थे ।


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