सूबे के हित के लिए सीएम दिखाएं स्वाभिमान: सांसद
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने सहित अन्य मांगों को लेकर गुरुवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पर्टी की ओर से धरना दिया । इस मौके पर सांसद भी मौजूद थे।
कटिहार : बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने सहित अन्य मांगों को लेकर गुरुवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की जिला इकाई द्वारा समाहरणालय के समक्ष धरना दिया गया। इसमें काफी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। मुख्य रुप से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह सांसद तारिक अनवर की मौजूदगी रही। धरना के माध्यम जोरदार ढंग से पार्टी द्वारा मांग उठाई गई।
धरना की अध्यक्षता एनसीपी जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार विश्वास ने किया। बाद में राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन भी जिलाधिकारी को सौंपा गया। धरना को संबोधित करते हुए सांसद तारिक अनवर ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए क्या आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री की तरह बिहार के मुख्यमंत्री स्वाभिमान दिखाएंगे, क्या वे अधिकार नहीं मिलने पर एनडीए से बाहर आने की साहस करेंगे। उन्हें सूबे की जनता की हित के लिए ऐसा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में बिहार को बांटकर झारखंड अलग राज्य बनाया गया। इसके साथ ही बिहार का खनिज समृद्ध और उद्योगों वाला भूभाग झारखंड में चला गया। उस समय कैबिनेट मंत्री नीतीश कुमार तथा प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे। उन्होंने बिहार को पहुंची हानि की भरपाई के लिए विशेष पैकेज देने का वादा किया था। लेकिन सालों गुजर जाने के बाद भी बिहार को अब तक कुछ नहीं मिला। इस चलते 14 वें वित्त आयोग के फार्मूले से राजस्व वितरण में बिहार की हिस्सेदारी 10.9 किसी से घटकर 9.7 फ़ीसदी रह गई। बिहार में प्रति व्यक्ति औसतन आय भी बहुत घट गई है। बिहार के 38 जिले में 15 जिला हर वर्ष बाढ़ से तबाह और बर्बाद होता है। फिर भी एनडीए गठबंधन की सरकार इस ओर अब तक कोई समुचित कदम नहीं उठा पाई है। एनसीपी जिला अध्यक्ष दिलीप विश्वास ने धरना के माध्यम से पार्टी की मांगों को रखा। इसमें प्राकृतिक आपदाओं के कारण बदहाल किसानों के कर्ज की माफी की घोषणा करना, फसलों को पहुंची क्षति का मुआवजा किसानों को अविलंब देना, मौजूदा आरक्षण नीति में कोई फेरबदल नहीं करना, बेरोजगार युवाओं को रोजगार नहीं तो बेरोजगारी भत्ता देना, पंचायती राज को सरकार का दर्जा देकर इसे सफल व सक्षम बनाना और पंचायती चुनाव दलीय आधार पर कराना, मध्यान्ह भोजन बनाने के लिए विद्यालयों में कार्यरत रसोईया, मनरेगा, आशा, ममता, टोला सेवक, शिक्षामित्र, आंगनवाड़ी सेविका, सहायिका जैसे कर्मियों को सेवा नियमित करते हुए उनकी वाजिब मांगों को जोरदार ढंग से रखा। इस अवसर पर राकांपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल अग्रवाल, पूर्व विधायक मु. शकुर, सत्यनारायण प्रसाद, पूर्व जिप अध्यक्ष इशरत परवीन, प्रो. पीएन केशरी, सुकुमार ¨सह झा, राकांपा प्रवक्ता पंकज तमाखुवाला, फिरोज अहमद कुरैशी उपस्थित थे। इस अवसर पर राजद जिलाध्यक्ष तारकेश्वर ठाकुर, धीरेंद्र मेहता व रामजी केशरी भी अतिथि के रूप में मौजूद रहे।