दुकान से ही व्यवसायी राजीव का पीछा कर रहे थे शूटर
कलाली गली के तेल व्यवसायी राजीव की हत्या के पीछे पुलिस बड़ी साजिश मान रही है। पुलिस को आशंका है कि शूटर दुकान से ही राजीव का पीछ कर रहे थे। दुकान से निकलते ही बदमाश उसके पीछे लग गए गए थे।
भागलपुर। कलाली गली के तेल व्यवसायी राजीव की हत्या के पीछे पुलिस बड़ी साजिश मान रही है। पुलिस को आशंका है कि शूटर दुकान से ही राजीव का पीछ कर रहे थे। दुकान से निकलते ही बदमाश उसके पीछे लग गए गए थे।
पेट्रोल पंप पर तेल लेते समय भी बाइक सवार अपराधी उन पर नजर बनाए हुए थे। आशंका है कि हत्यारों को लगातार कोई राजीव के बारे में बता रहा था। तभी काजीचक गली में प्रवेश करते ही उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस आशंका जता रही है कि हत्या का कारण राजीव के करीबियों से जुड़ा है। जल्द ही इसका पर्दाफाश किया जाएगा। सिटी डीएसपी राजवंश सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने रात को कई दागियों के घर छापेमारी भी की। एक बार गाड़ी ओवरटेक किया तो राजीव ने कर दिया नजरंदाज
विकास ने पुलिस को बताया कि जब वह अपने मालिक राजीव कुमार साह को लेकर काजीचक वाली गली में मुड़ा तो एक बाइक सवार अपराधी ने उसे ओवरटेक करना चाहा। जब विकास ने यह बात राजीव को कही तो उसने इसे नजरंदाज कर दिया। एक मिनट बाइक रोकने के बाद फिर से वे लोग आगे बढ़ गए। लेकिन यह गलती राजीव को भारी पड़ी। अपराधियों ने उन्हें गोलियों से भून दिया। बुरी तरह हुई मारपीट तो क्यों नहीं थे कपड़ों पर धूल और जख्म
राजीव के कर्मी विकास के मुताबिक अपराधियों ने दोनों को बुरी तरह मारा पीटा था। सड़क पर गिरने के बाद गोली मारी। लेकिन जब राजीव को अस्पताल लाया गया तो उसके कपड़ों में धूल और चेहरे पर जख्म भी उस तरह नहीं थे। इसी प्रकार विकास ने भी खुद को पीटे जाने की बात कही, लेकिन उसे भी किसी तरह जख्म नहीं है। डर से तो नहीं बदल रहा विकास अपना बयान
पुलिस कर्मी विकास को संदिग्ध तो मान रहा है, साथ ही आशंका जाहिर की है कि उसे अपराधियों ने डरा दिया है। इस कारण भी हो सकता है वह बार-बार अपना बयान बदल रहा है। वह अब भी कुछ ना कुछ छिपा रहा है। इससे पुलिस की जांच को सही दिशा नहीं मिल रही है। उसने जिस दिशा में बाइक से अपराधियों के भागे जाने की बात कही। उस तरफ कोई बाइक गई ही नहीं है। इसकी पुष्टि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे से हुई है। स्वजन के चीत्कार से शोक में डूबा मोहल्ला
राजीव की हत्या होने से सभी आश्चर्य कर रहे हैं। जब राजीव का शव घर लाया गया तो उसकी पत्नी सोनम समेत अन्य स्वजन के चीत्कार गूंजने लगे। उसके छह माह के मासूम को देख आसपास के लोगों की भी आंखें नम हो गई। राजीव सत्संग कराते थे, वे काफी धार्मिक प्रवृत्ति के थे, बावजूद उनकी हत्या कई बड़े सवाल खड़े कर गई।