शाहकुंड थाने को नक्सलियों से खतरा, सुरक्षा पर खर्च होंगे आठ करोड़ Bhagalpur News
सुल्तानगंज का बाथ शाहकुंड सजौर पीरपैंती ईशीपुर-बाराहाट थाना इलाके नक्सलियों के प्रभाव वाले हैं। इसकी सुरक्षा को लेकर भागलपुर पुलिस का प्रस्ताव सरकार ने स्वीकार कर लिया है।
भागलपुर [बलराम मिश्र]। शाहकुंड थाने को नक्सलियों से खतरा है। इसकी सुरक्षा को लेकर भागलपुर पुलिस का प्रस्ताव सरकार ने स्वीकार कर लिया है। इसके लिए सरकार आठ करोड़ की राशि खर्च करेगी। यह राशि जारी कर दी गई है। नक्सलियों के प्रभाव वाले शाहकुंड थाने की सुरक्षा के लिए नक्सल थाना भवन बनेगा। शाहकुंड थाने की सुरक्षा अब अभेद्द होगी। इसके लिए पूर्व में ही जिले से प्रस्ताव भेजा गया था। बता दें कि अभी नक्सल प्रभावित बांका, जमुई, मुंगेर की तरह भी भागलपुर जिले के कुछ सीमावर्ती थानों में नक्सलियों का प्रभाव है। इस लेकर अक्सर थाने व पुलिस चौकी को लेकर नक्सल हमले का खुफिया विभाग द्वारा अलर्ट जारी किया जाता है। इस कारण नक्सल थाना भवन बनने के बाद परिसर में जवान व अफसर सुरक्षित रहेंगे।
बनेगा बंकर और मोर्चा
नक्सल थाना भवन परिसर में विशेष रूप से निगरानी के लिए वॉच टावर बनाए जाएंगे। जिस पर 24 घंटे जवानों की तैनाती होगी। वॉच टावर के सहारे आसपास के इलाकों पर भी पुलिस निगरानी रखेगी। ताकि नक्सलियों से खतरा महसूस होते ही पुलिस अलर्ट हो सके। इसके अलावा परिसर में ही मोर्चा बनाया जाएगा। ताकि विशेष परिस्थिति में नक्सल हमला होने पर मोर्चाबंदी कर नक्सलियों से लोहा लिया जा सके। इन मोर्चों पर भी 24 घंटे पुलिस जवानों को हथियार के साथ तैनात किया जाएगा। जवानों व अफसरों के रहने के लिए 12 आवास, पुलिस इंस्पेक्टर का कार्यालय, एवं शौचालय और स्नानागार भी शामिल है।
इन इलाकों में है नक्सलियों का प्रभाव
जिले में सुल्तानगंज का बाथ, शाहकुंड, सजौर, पीरपैंती, ईशीपुर-बाराहाट थाना इलाके नक्सलियों के प्रभाव वाले हैं। हालांकि हाल के वर्षों में नक्सलियों ने इन इलाकों में किसी भी बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दिया है। लेकिन समय समय पर इन इलाकों को लेकर अलर्ट जारी होते रहते हैं। बता दें कि को निशाना बना सकते हैं। साथ ही इन इलाकों में हिंसक घटनाओं को भी अंजाम दे सकते हैं।
नक्सलियों ने बीएमपी जवानों के लूट लिए थे हथियार
10 जनवरी 2010 को नक्सलियों ने शाहकुंड-अकबरनगर मार्ग पर अस्थायी बीएमपी कैंप पर हमला बोल दिया था। नक्सलियों के दस्ते ने बीएमपी जवानों से हथियार व गोला बारूद लूट लिए थे। दस्ता शाहकुंड की तरफ से दो सवारी वाहनों में बैठकर हथियार से लैस होकर पहुंचे थे। अंधाधुंध फायरिंग में कई बीएमपी जवान घायल हुए थे। इस मामले में प्रत्यक्षदर्शी जवान के बयान पर दर्जनों नक्सलियों के विरूद्ध केस दर्ज किया गया था।