रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद : पूर्वी बिहार-सीमांचल में फैसले के पूर्व सतर्क हुई सुरक्षा एजेंसियां Bhagalpur News
इस बात की संभावना जताई गई है कि बांग्लादेश और नेपाल के रास्ते पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से प्रशिक्षित दल प्रवेश कर सकते हैं।
भागलपुर [कौशल किशोर मिश्र]। रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के आने वाले फैसले को मद्देनजर रखते हुए पूर्वी बिहार-सीमांचल में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क कर दी गई है। भागलपुर, बांका, मुंगेर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और फारबिसगंज में अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा गया है। खुफिया सूत्रों के अनुसार 17 नवंबर के पूर्व आने वाले फैसले के बाद किसी पक्ष की ओर से हलचल की संभावना को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क किया गया है।
खुफिया टीम उपरोक्त जिलों में कुछ धार्मिक संगठनों की गतिविधियों पर नजर रख रही है। जिलों में सक्रिय ऐसे संगठनों के प्रमुख कार्यकर्ताओं और नेतृत्व करने वालों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। खुफिया सूत्रों के अनुसार बांग्लादेश और नेपाल से सटे इलाके में बीएसएफ और एसएसबी की तैनात कंपनियों को भी अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा गया है। इस बात की संभावना जताई गई है कि बांग्लादेश और नेपाल के रास्ते पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से प्रशिक्षित दल प्रवेश कर सकते हैं। इस प्रशिक्षित दल में शामिल कट्टरपंथी उपरोक्त जिलों में उन्माद फैलाने को उकसा सकते हैं।
इनका मकसद उन्माद फैलाकर बड़े पैमाने पर हिंसा फैलाना है। बताया जा रहा है कि उन्माद के दौरान एक खास राजनीतिक दल के बड़े नेताओं और धार्मिक संगठनों से जुड़े नेताओं की हत्या कराया जा सकता है। मकसद आंतरिक अस्थिरता फैलाना है। इस आ-सूचना पर खुफिया महकमा सतर्क है। स्थानीय पुलिस को भी एहतियाती तौर पर सतर्क किया गया है। इन जिलों में प्रवेश सीमा पर वाहनों की तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। जबकि सुरक्षा एजेंसियां होटलों, लॉजों, गेस्ट हाउस, धर्मशाला में ठहरने वालों पर नजर रखी जा रही है। रेलगाडिय़ों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।