Saharsa coronavirus update: संक्रमण बढऩे के साथ ही जीविका दीदियों की बढ़ी जिम्मेवारी, इस तरह तैयार किया जाएगा मास्क
सहरसा में कोरोना संक्रमण का मामला तेजी से बढने लगा है। ऐसे में मास्क की मांग भी बढ़ गई है। इसके लिए जीविका दीदी फिर मास्क बनाने के काम में जुट गई है। पिछले साल जीविका दीदी ने करीब 12 लाख मास्क तैयार किए थे।
संस, सहरसा। जिले में कोरोना संक्रमण बढऩे के साथ ही जीविका दीदियां एकबार फिर मास्क निर्माण में तत्पर हो गई है। गत वर्ष दीदियों द्वारा तैयार किया गया मास्क ही सभी पंचायतों में भेजा गया था। संक्रमण बढऩे के साथ ही मास्क की आवश्यकता भी बढऩे लगी है। इस लिहाज से जीविका दीदियों को अन्य कार्यों से इस ओर केंद्रित किया जा रहा है, ताकि समय पर बड़ी मात्रा में मास्क बनाया जा सके। इसके लिए जीविका परियोजना द्वारा दक्ष दीदियों को एकबार फिर चिह्नित किया जाने लगा है।
गत वर्ष 12 लाख मास्क का किया गया था निर्माण
गत वर्ष कोरोना संक्रमण बढऩे के बाद बाजार में अनाप- शनाप दर पर मामूली मास्क बेचा जाने लगा था। जिलाधिकारी ने इस समस्या के समाधान के लिए जीविका दीदियों का सहारा लिया। इस अभियान में दीदियों ने 12 लाख से अधिक मास्क तैयार कर राज्यभर में अपना स्थान बनाया। वहीं समूह की आमदनी भी काफी बढ़ी, जिससे उनलोगों का अन्य कार्यकलाप भी बेहतर तरीके से संपादित होने लगा। जिले के सभी पंचायतों में आमलोगों के बीच बांटा जानेवाला मास्क भी जीविका समूह से ही खरीद की गई थी। इस वर्ष इसकी आवश्यकता महसूस करते हुए तैयारी प्रारंभ कर दी गई है।
जीविका द्वारा बनाया जाता है सस्ता और बेहतर किस्म का मास्क
जीविका समूह द्वारा डबल सूती कपड़े से थ्री लेयर का मास्क जिला प्रशासन को काफी सस्ता दर पर मुहैया कराया गया। अचानक मांग बढऩे से जीविका समूह की दीदियों को मास्क निर्माण के लिए दिन- रात एक करना पड़ा था। इस लिहाज से इस वर्ष ही इसकी अग्रिम तैयारी की जा रही है, ताकि आमलोगों के समक्ष मास्क की समस्या उत्पन्न नहीं हो।
दीदियां मास्क निर्माण में जुटी है। प्रशासन की मांग के अनुसार मास्क की आवश्यकता को पूरी की जाएगी। -अमित कुमार, डीपीएम, जीविका, सहरसा।