डॉन पप्पू देव की मौत पर बवाल: लोजपा रामविलास ने जदयू को लिया आड़े हाथ, नवगछिया से भी उठी सीबीआई जांच की मांग
कोसी का डॉन कहे जाने वाले पप्पू देव की मौत रविवार को पुलिस कस्टडी में हो गई। मामले ने अब राजनीतिक रुख अख्तियार कर लिया है। लोजपा रामविलास की ओर से सीबीआई जांच की मांग की गई है।
संवाद सूत्र, नवगछिया: सहरसा में डॉन पप्पू देव की पुलिस कस्टडी में हुई मौत के बाद पुलिस जिला नवगछिया में भी समर्थकों ने बवाल काटा। लोजपा रामविलास की ओर से सीबीआई जांच की मांग की गई। मामले में ब्रह्मर्षि समाज से आने वाले पप्पू देव की पुलिस हिरासत में हुई मौत पर गोपालपुर प्रखंड के सैदपुर में समाज के लोगों में उबाल देखा जा रहा है। नितेन्द्र सिंह उर्फ गुलाब सिंह के नेतृत्व में कैंडल जुलूस निकाल कर पप्पू देव की पुलिस हिरासत में हुई मौत की जांच सीबीआई से कराने, दोषी पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की गई है। मौके पर संगम कुमार, राजा राजवीर ,सिंह, सौरव कुमार, राजीव कुमार,कुणाल राय व प्रशांत आनंद वगैरह की मौजूदगी देखी गई।
इंजीनियर शैलेंद्र ने की जांच मांग
पप्पू देव की पुलिस हिरासत में हुई मौत पर बिहपुर के भाजपा विधायक इंजीनियर शैलेंद्र ने इस मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की हैं। विधायक इंजीनियर शैलेंद्र ने सोशल मीडिया पर लिखकर बिहार सरकार से जांच की मांग की है।
पप्पू देव का रहा है नवगछिया से नाता
पप्पू देव की मौत का कारण रहस्य में है। पप्पु देव पर नवगछिया न्यायालय में मामले लंबित हैं। पुलिस के ऊपर हमला का आरोप है। पप्पू देव बिहपुर विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुके हैं।
पप्पू देव की संदिग्ध मौत की हो सीबीआई जांच
लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रदेश महासचिव सह गोपालपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सुरेश भगत ने पुलिस हिरासत में पप्पू देव की हुई संदिग्ध मौत पर सवाल उठाते हुए कहा की पप्पू देव की मौत की जांच सीबीआई से होनी चाहिए। जिस तरह पुलिस हिरासत में पप्पू देव की मौत हुई वह संदेह पैदा करता है। सहरसा में पदस्थापित पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह जो जदयू नेता आरसीपी सिंह की बेटी है।
जदयू नेताओं के इशारे पर पप्पू देव की मौत नहीं हत्या करवाई गई है। लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के द्वारा ब्राह्मण समाज के लिए जो अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है। उस भाषा के लिए उन्हें पूरे ब्राह्मण समाज से माफी मांगनी चाहिए। ब्राह्मण समाज हमारे लिए पूजनीय है। उनके खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग कतई बर्दाश्त नहीं होगा।