आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक को शरारती तत्वों ने बेरहमी से पीटा, अस्पताल में भर्ती
लखीसराय में आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक रामविलास शांडिल्य को शरारती तत्वों ने जमकर पिटाई कर दी। इस घटना से स्वयंसेवक सहित अनुशांगिक संगठन के सदस्यों ने दुख व्यक्त किया है। बेहरत इलाज के लिए उन्हें चिकित्सकों ने पटना रेफर कर दिया है।
लखीसराय, जेएनएन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक रामविलास शांडिल्य को कुछ शरारती तत्वों को सोमवार को बेरहमी से पिटाई कर दी। पिटाई से उनके शरीर में काफी चोटें आई है। स्थानीय अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। यह घटना लखीसराय के चितरंजन रोड पर घटी। उन्हें गंभीर अवस्था में बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है। पुलिस शरारती तत्वों की पहचान का प्रयास कर रही है।
जानकारी के अनुसार, रामविलास अपनी दिनचर्या के तहत सोमवार सुबह पौधारोपण कर लौट रहे थे। इसी दौरान शहर के चितरंजन रोड में केएसएस कॉलेज के पास कुछ युवक आपस में हाथापाई कर रहे थे। रामविलास ने युवकों को ऐसा करने से मना किया। इसपर सबने मिलकर रामविलास की बेरहमी से पिटाई कर दी। इससे रामविलास वहीं गिर गए और अचेत हो गए। उनके कान से खून बहने लगा। शांडिल्य के अचेत होने के बाद सभी युवक वहां से भाग निकले। आसपास के लोगों ने अचेतावस्था में ही उन्हें संघ कार्यालय पहुंचा दिया गया। जानकारी मिलने के बाद आरएसएस से जुड़े लोग वहां पहुंचने लगे। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। सिर में अंदरूनी चोट के कारण चिकित्सक ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया है। इस बीच राज्य के श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा भी सदर अस्पताल पहुंचे और उनका हाल-चाल लिया। उन्होंने घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषी लोगों की पहचान कर उनकी शीघ्र गिरफ्तारी करने को पुलिस से कहा है। पर्यावरण भारती से जुड़े डॉक्टर एसएन भारती ने बताया कि साजिश के तहत रामविलास के साथ मारपीट करने की आशंका है। अस्पताल में उन्हें देखने काफी संख्या में स्वयंसेवक और अनुशांगिक संगठन के कार्यकर्ता पहुंचे।
आरएसएस प्रचारक के साथ मारपीट की घटना को पुलिस ने गंभीरता से लिया है। कबैया थाने की पुलिस ने अस्पताल जाकर उनका बयान लिया है। घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज लेकर शरारती तत्वों की पहचान की जाएगी। - रंजन कुमार, एसडीपीओ, लखीसराय
यहां बता दें कि रामविलास शांडिल्य पर्यावरण भारती से जुड़े हैं। वे इसके बिहार प्रांत संयोजक हैं। उनका केंद्र लखीसराय है। पर्यावरण के प्रति उनका लगाव, निष्ठा और समर्पण अद्भुत है। वे जहां रहते हैं वहां पौधा लगाना और उसकी सेवा करना उनकी प्राथमिकता होती है। वे बिहार के कई जिलों में प्रचारक रहे हैं। जहां-जहां रहे उनके लगाए पौधे आज भी लोगों को प्रेरणा देते हैं। साथ ही पर्यावरण के लिए गंगा और पशु-पक्षी की सुरक्षा और संरक्षण पर भी कार्य करते हैं। साथ ही स्वच्छता के प्रति भी वे काफी गंभीर हैं। वे आरएसएस के तृतीय वर्ष शिक्षित स्वयंसेवक हैं। रामविलास शांडिल्य मूल रूप से खगडिय़ा जिले के भरतखंड गांव के रहने वाले हैं। सरकारी शिक्षक की नौकरी एवं घर-परिवार को छोड़कर वे आरएसएस के प्रचारक बन गए। देश की संस्कृति, सनातन धर्म और पर्यावरण की रक्षा के क्षेत्र में वे वर्षों से काम कर रहे हैं।