कोरोना महामारी से जूझते भारत के सामने बड़ी चुनौती जनसंख्या
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य डॉ. इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत के सामने जनसंख्या बड़ी चुनौती है।
भागलपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य डॉ. इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत विश्व की लगभग 18 फीसद जनसंख्या का भार वहन कर रहा है, जबकि इसके अनुपात में भू-भाग बहुत कम है। सीमित संसाधनों के बावजूद भारत सरकार और यहां के नागरिकों के चिंतन, दृढ़ इच्छाशक्ति और संकल्प की आज संपूर्ण विश्व प्रशसा कर रहा है। भारत ने बड़ी संख्या में पीपीई किट, मास्क, वैंटिलेटर और अन्य चिकित्सा सुविधाओं का न केवल अपने लिए निर्माण किया है, अपितु अन्य देशों की सहायता भी की है।
रविवार को जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी के फेसबुक के माध्यम से आयोजित आनलाइन बैठक में डॉ. इंद्रेश कुमार ने 18 राज्यों के हजारों कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने तबलीगी जमात द्वारा संक्रमण फैलाने और विपक्षी दलों द्वारा षडयंत्र करके श्रमिकों को पलायन करने के लिए उकसाने की भर्त्सना करते हुए कहा कि इस प्रकार के राष्ट्रविरोधी कार्यो की इस देश में जगह नहीं है।
चीन और पाकिस्तान की विस्तारवादी सोच के द्वारा उत्पन्न संकट का समाधान समस्त नागरिकों की एकजुटता और दृढ़ता है। पूरा देश सेना के साथ खड़ा है और किसी भी खतरे का सामना करने में भारत की सेना सक्षम है। जनसंख्या असंतुलन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज बेरोजगारी, गरीबी, भूखमरी और कुपोषण में बेतहाशा बढ़ती जनसंख्या मुख्य कारण है। सभी नागरिकों के लिए जाति, धर्म, क्षेत्र व भाषा से ऊपर उठकर समान रूप से जनसंख्या कानून लागू होना आवश्यक है।