पानी घटते ही कराएं सड़क का निर्माण : चंचल
जिले के प्रभारी सचिव चंचल कुमार ने कहा कि सड़क से बाढ़ का पानी उतरते ही मरम्मत कार्य शुरू कर दिया जाएगा। पथ निर्माण विभाग और ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंताओं को इस बाबत निर्देश दिया गया है।
भागलपुर। जिले के प्रभारी सचिव चंचल कुमार ने कहा कि सड़क से बाढ़ का पानी उतरते ही मरम्मत कार्य शुरू कर दिया जाएगा। पथ निर्माण विभाग और ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंताओं को इस बाबत निर्देश दिया गया है।
प्रभारी सचिव बुधवार को सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि गंगा का पानी 24 घंटे में 36 सेंटीमीटर घट रहा है। अगले एक-दो दिन में गंगा खतरे के निशान से नीचे आ जाएगी। बाढ़ पीड़ितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से बर्तन और कपड़े दिए जा रहे हैं। साथ ही लड़का होने पर दस हजार और लड़की होने पर 15 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। शौचालय की संख्या बढ़ाने और सुबह-शाम सफाई के लिए पीएचईडी को कहा गया है। बड़े पशु के लिए पांच किलो और छोटे के लिए ढाई किलो पशुचारा की व्यवस्था है। तीन दिनों के अंतराल पर पशुचारा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में घर, पशु, फसल आदि का सर्वे करने के लिए कहा गया है।
इसके पूर्व मंगलवार को प्रभारी सचिव ने जिले के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ राहत कार्यो की समीक्षा की। प्रभारी सचिव ने सभी नावों पर निशुल्क परिचालन का बोर्ड लगाने और भार क्षमता लिखाने का निर्देश दिया। जिला कृषि पदाधिकारी को फसल की क्षति का आकलन कर 10 अक्टूबर तक रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया। बाढ़ से जो पशु मरे हैं, उसका भी आकलन कर मुआवजा पशुपालक को देने का निर्देश दिया गया। सिविल सर्जन ने बताया कि 32 अस्थाई स्वास्थ्य केन्द्र बाढ़ पीड़ितों के लिए चल रहा है। नाथनगर में 11 बाढ़ पीड़ित महिलाओं ने बच्चे को जन्म दिया है। जिसे मातृत्व लाभ दिया गया है। बाढ़ प्रमंडल के अभियंता ने बताया कि टपुआ दियारा तौफीर, रानी दियारा में कटाव हो रहा है। सचिव ने कहा कि हनवारा पुल एप्रोच पथ एवं घोरघट पुल का निर्माण कार्य तेजी से पूरा कराएं। एनएच के अभियंता ने बताया कि घोरघट पुल का रीटेंडर कराया जा रहा है। जून 2020 तक पुरा करा लिया जाएगा। प्रभारी सचिव ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत कार्य तेजी से कराएं और क्षेत्र में रहकर उनकी समस्या दूर करें।