नाला उड़ाही के दौरान भोलानाथ पुल के नीचे दो फीट जमा पानी, जाम
भोलानाथ पुल के नीचे सोमवार को नाले की उड़ाही के दौरान करीब दो फीट पानी जमा हो गया। इससे शहर के दक्षिणी क्षेत्र के लोगों को पूरे दिन परेशानी का सामना करना पड़ा।
भागलपुर। भोलानाथ पुल के नीचे सोमवार को नाले की उड़ाही के दौरान करीब दो फीट पानी जमा हो गया। इससे शहर के दक्षिणी क्षेत्र के लोगों को पूरे दिन परेशानी का सामना करना पड़ा। आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। इस इलाके के लोग रास्ता बदल कर अपने-अपने गंतव्य की ओर गए। जाम इस कदर था कि भीखनपुर से इशाकचक तक छह घंटे तक वाहन फंसे रहे।
दरअसल, इशाकचक रोड के समानांतर कच्ची नाली है। इस नाली से होकर दक्षिणी क्षेत्र के 10 वार्डो का पानी बहता है। सोमवार को नाले का पानी सड़क पर बहने लगा। पार्षद प्रमोद लाल ने बताया कि डिक्शन चौक से इशाकचक तक नालियों की उड़ाही नहीं करने से यह स्थिति उत्पन्न हुई, जबकि उड़ाही के लिए मजदूर मिले हैं। वहीं, उप नगर आयुक्त सत्येंद्र वर्मा ने बताया कि इशाकचक में नाला उड़ाही की वजह से पानी की निकास को रोका गया था। इसके कारण जलजमाव की स्थिति हुई। पैसा मिलने के बाद भी नहीं बना नाला
भोलानाथ पुल के नीचे जलजमाव से निजात दिलाने के लिए नाला का निर्माण होना था। डिक्शन चौक से इशाकचक मार्ग होते हुए छटपती पोखर तक नाला बनाए जाने की स्वीकृति मिल गई थी। इस पर तीन करोड़ रुपये खर्च होने थे, लेकिन नाला का आकार छोटा होने के कारण कुछ पार्षदों ने आपत्ति दर्ज कराई थी। इसके बाद नगर निगम ने योजना को रद कर दिया और पैसा वापस भेज दिया। नाला निर्माण शुरू कराने के लिए दो वर्ष पूर्व मेयर सीमा साहा ने प्रस्ताव भेजा था, लेकिन इसपर अमल नहीं हुआ। कोट..
बरसात के पहले नाले की उड़ाही का निर्देश दिया गया है। तय समय के अंदर अगर इशाकचक नाले की उड़ाही नहीं हुई तो संबंधित कर्मियों से जवाब मांगा जाएगा। भोलानाथ पुल के नीचे जलजमाव नहीं हो इसके लिए भी कार्ययोजना बनाई जा रही है।
सीमा साहा, मेयर।
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