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ऋतिका हत्याकांड मधेपुरा : एक माह बाद भी नहीं सुलझ सकी हत्‍या की गुत्थी

मुरलीगंज पार्षद पुत्री हत्या मामले की फोरेंसिक टीम ने की जांच पार्षद के घर व बेंगा नदी पुल पर पहुंचकर टीम ने की जांच मुरलीगंज पार्षद पुत्री हत्या मामले की फोरेंसिक टीम ने की जांच पार्षद के घर व बेंगा नदी पुल पर पहुंचकर टीम ने की जांच।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Published: Tue, 12 Jan 2021 04:55 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jan 2021 04:55 PM (IST)
ऋतिका हत्याकांड मधेपुरा : एक माह बाद भी नहीं सुलझ सकी हत्‍या की गुत्थी
मुरलीगंज पार्षद पुत्री हत्या का मामले की जांच नहीं।

जागरण संवाददाता, मधेपुरा। ऋतिका हत्याकांड की गुत्थी अब तक नहीं सुलझ पाई है। एक माह बीतने के बाद भी पुलिस हत्यारे को नहीं पकड़ पाई है। सोमवार को को फोरेंसिक जांच टीम ने पहुंचकर जांच की। इस दौरान वार्ड पार्षद के घर पर पहुंचकर टीम ने कुछ चीजों की बारीकी से जांच की। वहीं कई फ‍िंगर प्रिंट भी लिए हैं। वहीं शव बरामद स्थल व बेंगा नदी पर बने पुल पर भी जांच टीम पहुंचकर ऋतिका हत्याकांड से जुड़े  विभिन्न पहलुओं की गंभीरता से जांच किया।

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फोरेंसिक जांच टीम अपने अपने हाथों में दस्ताना लगाकर कई बिंदुओं पर सघनता से जांच किया। फारेंसिक जांच टीम के साथ  मुरलीगंज थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार, अनुसंधानकर्ता धनेश्वर मंडल सहित काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे।

मालूम हो कि जूडो कराटे में चैंपियन रह चुकी नगर पंचायत मुरलीगंज वार्ड नंबर 11 पार्षद अरविंद कुमार उर्फ डिंपल पासवान की पुत्री ऋतिका का शव  12 दिसंबर की सुबह बेंगा पुल रेलवे ढाला के समीप मिला था। हत्याकांड के बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर प्रेम प्रसंग के मामले में अब तक सिर्फ एक युवक को नामजद अभियुक्त बनाया है। जसे जेल भेजा दिया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस मामले में सक्रिय नहीं दिख रही है। लोगों का आरोप है की पोस्टमार्टम व फोरेंसिक के आधार पर पुलिस मामले की हर एक ङ्क्षबदुओं पर जांच करे और मुख्य आरोपित पकड़ में आ जाएगा।

दर्जनों मामलों में वांछित कुख्यात  मुकेश सहित चार गिरफ्तार

भागलपुर। दर्जनों कांडों में वांछित लैलख निवासी कुख्यात मुकेश निषाद समेत चार बदमाशों को सबौर पुलिस ने रविवार को पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया। सभी ऑटो से ट्रेन पकडऩे भागलपुर जा रहे थे। पुलिस ने लैलख से ही इनलोगों की घेराबंदी शुरू कर दी थी। मुकेश पर सबौर थाने में रंगदारी, आम्र्स एक्ट, मारपीट, छिनतई के चार मामले दर्ज हैं। वह घोघा में डकैती कांड का भी आरोपित है। इसके अलावे वह जीआरपी भागलपुर और मुंगेर में भी कई संगीन मामले में लंबे समय से फरारी है। लैलख का ही अजय निषाद, आशीष निषाद, धर्मेंन्द्र निषाद भी सबौर पुलिस के हाथ लग गया। सभी विभिन्न थानों के विभिन्न कांडों में फरारी चल रहे थे। पकड़े गए बदमाशों को कल न्यायालय में समर्पित किया जाएगा। इसके बाद थाना की पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। गिरफ्तार आरोपितों का मुख्य धंधा ट्रेन में अपराध करना है।


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