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लखीसराय में गंगा और हरुहर उफान पर, बीएनएम कालेज बड़हिया में घुसा बाढ़ का पानी

लखीसराय में गंगा और हरुहर नदी उफान पर है। इससे गंगा के तटीय गांवों को लोग घर छोड़ कर दूसरी जगह शरण लेने लगे हैं। दियारा में भी बाढ़ की स्थिति है। बड़हिया टाल क्षेत्र में हरुहर नदी का पानी तेजी से फैल रहा है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Mon, 09 Aug 2021 05:24 PM (IST)Updated: Mon, 09 Aug 2021 05:24 PM (IST)
लखीसराय में गंगा और हरुहर उफान पर, बीएनएम कालेज बड़हिया में घुसा बाढ़ का पानी
लखीसराय में गंगा और हरुहर नदी उफान पर है।

संसू., बड़हिया (लखीसराय)। गंगा एवं इसकी सहायक नदी हरूहर पूरे उफान पर है। गंगा का जलस्तर बढऩे से बड़हिया प्रखंड स्थित बीएनएम कालेज परिसर में पानी प्रवेश कर गया है। टाल क्षेत्र स्थित हरुहर नदी का पानी भी फैल गया है। लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। नदी तटीय गांव के लोग अपना घर खाली करने लगे हैं। पशुपालक भी दियारा से पशुओं को लेकर लौटने लगे हैं। हर तरफ पानी ही पानी दिखने लगा है। नदियों का जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो बाढ़ की विकट स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। सोमवार को भी गंगा नदी के साथ साथ हरुहर नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी रही रही। हरुहर नदी में लगभग छह से सात इंच पानी की वृद्धि हुई है।

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इसके साथ ही साथ गंगा नदी के जल स्तर में भी लगभग आठ से नौ इंच की वृद्धि हुई है। गंगा का पानी बीएनएम कालेज बड़हिया परिसर सहित सिकंदरपुर, खुशहाल टोला, बोधी टोला, ङ्क्षबद टोली सहित नगर क्षेत्र एवं प्रखंड क्षेत्र में तेजी से फैलने लगा है। कालेज के समीप सड़क पर बाढ़ का पानी बह रहा है। टाल क्षेत्र में भी पाली सहित अन्य गांव के निचले हिस्से में पानी फैलने लगा है। पाली के निचले हिस्से पूर्वी भाग सहित उवि पाली परिसर में हरुहर नदी का पानी भर गया है। दियारा क्षेत्र के लालदीयारा, मालपुर, खुटहा चेतन टोला, खुटहा डीह, जैतपुर, लक्ष्मीपुर, शहजादपुर आदि जगहों पर लगी फसल के डूब जाने की ङ्क्षचता किसानों को होने लगी है।

सिकंदरपुर, बोधी टोला, खुशहाल टोला आदि जगह के लोग अपने-अपने समानों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए समेटने लगे हैं। कुछ लोग सुरक्षित स्थान पर जा भी रहे हैं। कुछ बाढ़ पीडि़त राहत शिविर में भी पहुंचने लगे हैं। अगर गंगा नदी के जलस्तर में इसी तरह लगातार वृद्धि जारी रही तो दो तीन दिन के अंदर निचले हिस्से का क्षेत्र पूरी तरह से डूब जाएगा। सबसे पहले गंगा के पार ङ्क्षबद टोली के लोग राहत शिविर में पहुंचते हैं। बाढ़ पीडि़तों के लिए चयनित नगर स्थित जगनानी धर्मशाला एवं पुराना किसान भवन की साफ-सफाई नहीं हुई है। हालांकि किसान भवन में सार्वजनिक पक्का शौचालय एवं एक चापाकल लगा हुआ है। जगनानी धर्मशाला का शौचालय एवं एक चापाकल ठीक है। एक चापाकल कई दिनों से खराब पड़ा है। वहीं पशुओं के लिए चयनित आश्रय स्थल प्रखंड कांग्रेस कार्यालय परिसर की भी साफ-सफाई नहीं हुई है। बड़हिया के सीओ अमरेंद्र कुमार ने बताया कि गंगा एवं हरुहर नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है। स्थिति अभी नियंत्रण में है। हर परिस्थिति से निपटने की तैयारी प्रशासनिक स्तर से पूरी कर ली गई है।


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