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गणतंत्र दिवस 2022: उल्टा तिरंगा पर ही पूरा हुआ राष्ट्रगान, वीडियो वायरल, काफी देर के बाद खुली नींद

गणतंत्र दिवस 2022 जमुई में उल्‍टा झंडा फहराने का एक मामला सामने आया है। प्लस टू उच्च विद्यालय जमुई में काफी देर तक उल्टा तिरंगा झंडा फहरते रहा। इसी दौरान राष्ट्रगान भी सभी वहां गाते रहे। जिले में इसकी चर्चा काफी देर तक होती रही।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Thu, 27 Jan 2022 08:15 PM (IST)Updated: Thu, 27 Jan 2022 08:15 PM (IST)
गणतंत्र दिवस 2022: उल्टा तिरंगा पर ही पूरा हुआ राष्ट्रगान, वीडियो वायरल, काफी देर के बाद खुली नींद
प्लस टू उच्च विद्यालय में लहराता उल्टा झंडा।

संवाद सहयोगी, जमुई। गणतंत्र दिवस के अवसर पर शहर के प्लस टू उच्च विद्यालय जमुई में उल्टा झंडा फहराने का मामला प्रकाश में आया है। यहां प्रभारी प्रधानाध्यापक संजीव कुमार द्वारा ही उल्टा तिरंगा फहरा दिया गया। उल्टा झंडा पर ही राष्ट्रगाण पूरा कर दिया गया, लेकिन इस दौरान किसी की नजर नहीं पड़ी। काफी देर तक उल्टा झंडा आसमान में लहराता रहा, फिर जानकारी के बाद प्रभारी द्वारा उसे फौरन उतारकर सीधा किया गया।

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हालांकि किसी ने फहरते हुए उल्टे झंडे का वीडियो बना लिया और उसे इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। लोगों के बीच चर्चा हो रही है कि जब गुरुजी से ही इतनी बड़ी भूल हो सकती है तो और लोगों का क्या होगा। प्लस टू उच्च विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि झंडा उल्टा फहरा है इसमें हमारी गलती नहीं है। शिक्षा भवन में भी उल्टा झंडोत्तोलन हुआ था। एक ही शिक्षक दोनों जगह झंडा को बांधे थे। कुछ शिक्षक द्वारा हमारे उल्टे झंडे को वीडियो बनाकर वायरल कर दिया गया। जानकारी के बाद फिर तिरंगे को सीधा कर दिया गया।

शिक्षा पदाधिकारी को नहीं है जानकारी

शिक्षा भवन और प्लस टू उच्च विद्यालय एक ही परिसर में अवस्थित है लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी को इसकी जानकारी नहीं है। जबकि उल्टा झंडोत्तोलन का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो रहा है।

वहीं, इसी दिन एक अन्‍य मामले में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय परिसर में गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडोत्तोलन को लेकर संचालक व वार्डन के बीच नोकझोंक हो गई। दोनों ने एक-एक डोर को खींचकर झंडा फहराया। इसे लेकर शिक्षा विभाग में खलबली मची हुई है। वार्डन ने झंडोत्तोलन करने से रोकने को लेकर संचालक के खिलाफ पुरैनी थाना में आवेदन दिया है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी उन्होंने इसकी प्रति दी है। इधर, विभाग का कहना है कि संचालक को ही वरीय होने के नाते तिरंगा फहराने का प्रथम अधिकार है।


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