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ट्रेड लाइसेंस घोटाले की जांच में दो शाखा प्रभारियों से रिपोर्ट तलब

भागलपुर। नगर निगम में ट्रेड लाइसेंस घोटाले की जांच में तेजी आ गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 01:42 AM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 01:42 AM (IST)
ट्रेड लाइसेंस घोटाले की जांच में दो शाखा प्रभारियों से रिपोर्ट तलब
ट्रेड लाइसेंस घोटाले की जांच में दो शाखा प्रभारियों से रिपोर्ट तलब

भागलपुर। नगर निगम में ट्रेड लाइसेंस घोटाले की जांच में तेजी आ गई है। निगम ने ट्रेड लाइसेंस शाखा प्रभारी और निगम कोषागार प्रभारी से 24 घंटे के भीतर एमआर की सूची, राशि विवरणी तथा बैंक जमा की गई संबंधित राशि की स्टेटमेट की कापी उपलब्ध कराने को कहा है। अभी तक की जांच में पता चला है कि लगभग 35 लाख रुपये सरकारी खजाने में नहीं जमा किए गए, क्योंकि ट्रेड लाइसेंस से संबंधित रजिस्टर व आनलाइन में भारी अंतर मिला है।

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2017 से अब तक के ट्रेड लाइसेंस की जांच की जा रही है। जांच के लिए ट्रेड लाइसेस शाखा प्रभारी निरंजन मिश्रा और कंप्यूटर आपरेटर ज्ञानेन्द्र कुमार वर्मा की काफी दिन पहले एडीएम कार्यालय में प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। एडीएम कार्यालय में जल्द रिपोर्ट तैयारी हो जाएगी।

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पूर्व शाखा प्रभारी दिव्या स्मृति पर हो सकती है कार्रवाई

नगर निगम में ट्रेड लाइसेंस घोटाले के मामले में पूर्व शाखा प्रभारी ट्रेड लाइसेंस दिव्या स्मृति को निलंबित किया जा चुका है। दैनिक कर्मी कंप्यूटर आपरेटर गौतम कुमार साह को हटा दिया गया है। निलंबन के दौरान दिव्या निगम के अभिलेखागार में कार्यरत है। निगम में लंबे समय से फर्जी ट्रेड लाइसेंस जारी कर राशि गबन करने का खेल चल रहा था। मामला उजागर होने के बाद निगम पार्षदों ने जांच के लिए हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद निगम ने इस मामले में आंतरिक जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पूर्व शाखा प्रभारी दिव्या स्मृति से पूछताछ की गई। उनके हस्ताक्षर के नमूना को भी लिया गया, लेकिन दिव्या स्मृति जारी लाइसेंस पर अपने हस्ताक्षर से इंकार करती रही।

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सफाई कर्मियों की नियुक्ति संबंधित नहीं दी जानकारी

आठ सफाई कर्मियों के संबंध में सीनियर डिप्टी कलेक्टर शैलेंद्र कुमार सिंह ने नगर आयुक्त से एक बार फिर पूरी जानकारी मांगी है। सीनियर डिप्टी कलेक्टर ने पूर्व में भी लिखित और मौखिक जानकारी मांगी थी, लेकिन 15 दिन से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी निगम ने कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है। इन कर्मियों की नियुक्ति किसके आदेश पर हुई है। कब से इनकी नियुक्ति हुई है। उक्त कर्मी कहां प्रतिनियुक्त थे, यह जानकारी मांगी गई है।


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