श्री श्री रविशंकर ने शहर के लोगों को सिखाई सुदर्शन क्रिया
शहर के प्रतिभागी आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर से वेबकास्ट के जरिए हैप्पीनेस कोर्स सीख रहे हैं। इसका बेंगलुरु से ऑनलाइन प्रसारण हो रहा है।
भागलपुर । शहर के प्रतिभागी आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर से वेबकास्ट के जरिए हैप्पीनेस कोर्स सीख रहे हैं। इसका बेंगलुरु से ऑनलाइन प्रसारण हो रहा है। भागलपुर में शुक्रवार को वेबकास्ट के जरिए इसकी एक साथ शुरुआत देवीबाबू धर्मशाला, एसएम कॉलेज तथा घंटाघर स्थित एनईसी परिसर में हुई। आनंद की अनुभूति शिविर 19 अगस्त तक चलेगी। तीनों जगहों पर 17 और 18 अगस्त को यह शिविर संध्या 6 से रात्रि 9 बजे तक तथा 19 अगस्त को प्रात: 9 से 1 बजे तक चलेगा। देवी बाबू धर्मशाला में आयोजित शिविर 18 व 19 अगस्त को एक निजी होटल में चलेगा। इसमें प्रतिभागी वेबकास्ट के जरिए बड़े स्क्रीन पर उनसे योग, प्राणायाम, ध्यान, सुदर्शन क्रिया व अनेक रोचक प्रक्रियाओं के जरिए जीवन जीने की कला सीख रहे है। देवी बाबू धर्मशाला में आर्ट ऑफ लिविंग के स्टेट समन्वयक गणेश सुल्तानिया तथा वरीय शिक्षिका कविता कुमारी प्रतिभागियों को योग व प्राणायाम आदि के प्रशिक्षण में सहयोग कर रहे हैं। एसएम कॉलेज में डॉ. अर्चना ठाकुर व स्मृति मिश्रा तथा एनईसी में नीता कुमारी प्रतिभागियों के सहयोग कर रही हैं। योग शिक्षकों ने बताया कि सुदर्शन क्रिया करने से लोगों को जीवन में शांति व प्रसन्नता का अनुभव होता है। तनाव से मुक्ति मिलती है। शरीर से जहरीले पदार्थ निकल जाते हैं। यह हमारी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। कैंसर जैसे रोगों से लड़ने में भी यह सहायक है। आज की तकनीकी दुनिया में हमें सीधे गुरुजी श्री श्री रविशंकर जी से इन प्रक्रियाओं को सीखने का सुअवसर प्राप्त हो रहा है जो एक सुखद अहसास है।