इरफान खान को श्रद्धांजलि : एक्टिंग नहीं करना ही थी इरफान की एक्टिंग; इस कलाकर ने साझा की उनकी यादें
अपनी अदायगी से किरदार को जीवंत बनाने वाले अभिनेता इरफान जिनकी बड़ी बड़ी आंखों के लिए कहा जाता है कि अफसाने कहती हैं 29 अप्रैल 2020 को सदा के लिए बंद हो गईं।
पूर्णिया [शैलेश]। अपनी अदाकारी से हर किसी के दिल पर राज करने वाले अभिनेता इरफान में अभिनेता जैसा कुछ नहीं दिखता था। सेट पर एक्टिंग नहीं करना ही उनकी एक्टिंग होती थी। हर किरदार में फिट बैठकर फिल्म में जान डाल देना ही इरफान खान की पहचान थी। फिल्म पान सिंह तोमर में इरफान खान के साथ काम करने वाले पूर्णिया के अभिनेता रवि भूषण ने अपने अनुभव साझा करने के दौरान बताया कि इरफान का निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है।
इरफान के साथ पहली फिल्म में काम कर बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखने वाले रवि को उस समय सदमा लगा जब इलाज के दौरान बुधवार को उनकी मौत की खबर मिली। वह पहली फिल्म में उनसे काफी कुछ सीख चुके हैं। रवि बताते हैं कि पान सिंह तोमर के सेट पर रियल लाइफ में इरफान खान के भतीजे का रोल करने के दौरान उन्हें इरफान ने एक चाचा की तरह ही प्यार दिया। रवि ने बताया कि इरफान अच्छे कलाकार के साथ एक अच्छे इंसान भी थे। फिल्म सेट पर सभी साथियों के साथ बिना किसी भेदभाव के परिवार के सदस्यों की तरह वह पेश आते थे। वह हमेशा कहते थे कि आपके अंदर क्या चल रहा है, यह सिर्फ आपको ही पता रहे। अभिनय का यह मूल मंत्र हमेशा याद रखें। पान सिंह तोमर इरफान खान की महत्वपूर्ण फिल्म थी। यह फिल्म मार्च, 2012 में रिलीज हुई और नेशनल अवार्ड तक पहुंची।
अपनी अदायगी से किरदार को जीवंत बनाने वाले अभिनेता इरफान जिनकी बड़ी बड़ी आंखों के लिए कहा जाता है कि अफसाने कहती हैं 29 अप्रैल 2020 को सदा के लिए बंद हो गईं। 28 अप्रैल को कोलन संक्रमण की वजह से उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उन्हें कैंसर था। 29 अप्रैल की सुबह उनके दुनिया से रुखसत होने की खबर लाई। उन्हें सुपुर्द-ए-खाक भी कर दिया गया। उनकी उम्र 53 साल थी।