आठ वर्षीय बच्ची के साथ हैवानियत, गोद में उठाकर अस्पताल ले गए पिता
शौच के लिए घर से बाहर निकली एक आठ वर्षीय बच्ची के साथ युवक ने दुष्कर्म किया। खून से लथपथ बच्ची को परिजनों ने अस्पताल पहुंचाया।
By Ravi RanjanEdited By: Published: Sat, 24 Feb 2018 07:14 PM (IST)Updated: Sat, 24 Feb 2018 08:25 PM (IST)
पूर्णिया [जेएनएन]। बिहार के पूर्णिया जिले के रूपौली के मोहनपुर ओपी क्षेत्र के बहुती गांव के मकई खेत में शौच के लिए गई आठ वर्षीय बच्ची के साथ एक युवक ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। खून से लथपथ बच्ची को गोद में लेकर पिता रेफरल अस्पताल पहुंचे, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल पूर्णिया भेज दिया गया है।
मौके पर पहुंचे ओपी अध्यक्ष नीरज कुमार ने पीडि़ता के पिता के फर्द बयान पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की है। दुष्कर्मी के गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही हैं।
घटना के बारे में पिता एवं परिजनों ने बताया कि उसकी बेटी पड़ोस की एक बच्ची के साथ घर के पिछवाड़े में शौच के लिए गई थी। इसी बीच पड़ोस गांव नवटोलिया का एक युवक सुमीत सिंह ने उसे बुलाया। बुलाने पर बच्ची उसके पास चली गई। वह उसे लेकर मकई के खेत में चला गया। इधर दूसरी बच्ची डर से वहां से भाग गई।
इधर थोड़ी देर बाद वहां से गुजर रहे एक राहगीर को बच्ची के कराहने की आवाज सुनाई पड़ी। उसने देखा कि बच्ची खून से लथपथ बेहोश पड़ी है। उसने तुरंत उसे गोद में उठाया और गांव की ओर भागा। बच्ची के परिजन भी वहां पहुंच गए। उसे रेफरल अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने उसे देखने से मना कर दिया। डॉक्टरों का तर्क था कि यहां महिला चिकित्सक नहीं है, इसलिए इसे पूर्णिया सदर अस्पताल रेफर किया जा रहा है। बच्ची का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।
मौके पर पहुंचे ओपी अध्यक्ष नीरज कुमार ने पीडि़ता के पिता के फर्द बयान पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की है। दुष्कर्मी के गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही हैं।
घटना के बारे में पिता एवं परिजनों ने बताया कि उसकी बेटी पड़ोस की एक बच्ची के साथ घर के पिछवाड़े में शौच के लिए गई थी। इसी बीच पड़ोस गांव नवटोलिया का एक युवक सुमीत सिंह ने उसे बुलाया। बुलाने पर बच्ची उसके पास चली गई। वह उसे लेकर मकई के खेत में चला गया। इधर दूसरी बच्ची डर से वहां से भाग गई।
इधर थोड़ी देर बाद वहां से गुजर रहे एक राहगीर को बच्ची के कराहने की आवाज सुनाई पड़ी। उसने देखा कि बच्ची खून से लथपथ बेहोश पड़ी है। उसने तुरंत उसे गोद में उठाया और गांव की ओर भागा। बच्ची के परिजन भी वहां पहुंच गए। उसे रेफरल अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने उसे देखने से मना कर दिया। डॉक्टरों का तर्क था कि यहां महिला चिकित्सक नहीं है, इसलिए इसे पूर्णिया सदर अस्पताल रेफर किया जा रहा है। बच्ची का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।
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