रंग-बिरंगी राखियों से सजा बाजार
बाजार राखियों के नए कलेक्शन से सज गए हैं। बाजार में दस रुपये के रेशमी धागे से लेकर स्टोन, मोती और सोना-चादी की भी राखिया उपलब्ध हैं। बहनें अपनी पसंद की राखी से भाई की कलाई सजा सकती हैं।
भागलपुर। बाजार राखियों के नए कलेक्शन से सज गए हैं। बाजार में दस रुपये के रेशमी धागे से लेकर स्टोन, मोती और सोना-चादी की भी राखिया उपलब्ध हैं। बहनें अपनी पसंद की राखी से भाई की कलाई सजा सकती हैं। बदलते ट्रेंड और लोगों की पसंद को देखते हुए इस बार राखी के बाजार में राखी की नई रेंज काफी लुभा रही है। बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए एक से बढ़कर एक डिजाइन की राखिया बाजार में नजर आ रही हैं। बच्चों के लिए डोरेमोन, छोटा भीम और शिनचैन काटरून कैरेक्टर वाली राखियों की डिमाड है, वहीं बड़ों के लिए सोना-चादी की राखियों की भी डिमाड है।
मल्टीपर्पस राखी : ये राखिया सिर्फ रक्षा बंधन में ही नहीं, बल्कि पूरे साल पहनी जा सकती है। इनकी ऐसी डिजाइनिंग की जाती है कि इन्हें बाद में ब्रेसलेट, पेंडेंड, कड़ा, चेन आदि रूप में भी लोग पहन सकें। खास बात यह है कि राखी में लगे ओम या स्वास्तिक को बाद में पेंडुलम की तरह गले में पहना जा सकता है। सर्राफा व्यापारी अनिल साह बताते हैं कि रक्षाबंधन पर इस बार भी चादी और सोने की राखिया तैयार की जा रही हैं। इन राखियों को लेकर खासी डिमाड रहती है। आज कल लोग इन्हें खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे है।
शुरू हो गई राखी की खरीदारी : रक्षाबंधन के लिए राखी की खरीदारी शुरू हो चुकी है। जिनके भाई बाहर रहते हैं और रक्षाबंधन पर घर नहीं आ पा रहे हैं, उनको स्पीड पोस्ट और डाक के जरिये राखिया भेजने के लिए बहनें पहले ही राखियों की खरीदारी कर रही हैं। बाजार में राखी खरीदने के लिए दुकानों में भीड़ लग रही है। वैसे तो रक्षाबंधन पर रेशम का धागा ही काफी होता है, लेकिन बदलते दौर में राखिया भी बदल गई हैं।
सर्राफा व्यापारियों के यहा जुट रही भीड़ : अब बहनों को भाई की कलाई सजाने के लिए सोने और चादी की राखिया भा रही हैं। राखियों को खरीदने के लिए सर्राफा व्यापारियों के यहा खासी भीड़ उमड़ रही है। त्योहार के लिए सर्राफा व्यापारियों ने भी कई तैयारिया की हैं। छह ग्राम में तैयार की गई सोने की राखी की कीमत 15 से 20 हजार रुपये के आसपास है। वही दस ग्राम के राखियों की कीमत 30 हजार रुपये है। हालाकि इन राखियों को उच्च एव मध्यमवर्गीय तबका ही ज्यादा पसंद करते है।
ऐसे बनती है गोल्डेन राखी : गोल्ड या सिल्वर राखियों की मेकिंग भी किसी दूसरे जेवर की तरह ही होती है। पहले डिजाइन बनाकर उसके अनुसार मशीन से पीस कटिंग होती है। बाद में इन्हें कारीगर जोड़ते हैं। यही प्रोसेस चादी में भी अपनाई जाती है।
कैसी-कैसी राखिया : बाजार में सोने और चादी की राखियों में कई वेराइटी उपलब्ध हैं। सोने की राखियों में स्टोन वर्क, कुंदन वर्क और फूलों की डिजाइन लोकप्रिय है। वाइट गोल्ड राखियों की भी माग अच्छी है। चादी की राखिया भी लोगों को लुभा रही हैं। चादी की राखी में सोने का पानी चढ़ा राखी चलन में है।