सात वर्षों से लंबित है राजपुर-शिवायडीह पथ में पुल का निर्माण
राजपुर-शिवायडीह-मुरहन पथ में कतरिया नदी पर निर्माणाधीन पुल सात साल से अधूरा पड़ा है।
भागलपुर। राजपुर-शिवायडीह-मुरहन पथ मे कतरिया नदी पर 4.82 करोड़ की लागत से बनने वाला पुल बीते सात वर्षो से अधूरा पड़ा हुआ है। सीएम से लेकर मंत्री, सांसद व विधायक के निर्देशो को संवेदक सहित विभागीय अभियंता ठेगा दिखा रहे है। नतीजतन सबौर दक्षिणी क्षेत्र के दर्जन भर गांवो के करीब 70 हजार आबादी को एक अदद लाइफ लाइन नही मिल पा रही है।
धरना प्रदर्शन के बाद सरकार से मिली थी स्वीकृति
उल्लेखनीय हो कि धरना-प्रदर्शन के बाद राज्य सरकार ने जनहित को ध्यान मे रखते हुए पुल के निर्माण की स्वीकृति वर्ष 2010 मे दी थी। लेकिन अब तक निर्माण कार्य को पूरा नही किया जा सका है। जिस वजह से प्रखड के दक्षिणी क्षेत्र की एक बड़ी आबादी को बरसात के दिनो मे काफी मुश्किलो का सामना करना पड़ता है। पूरा क्षेत्र बाढ़ से घिर जाने के बाद टापू मे तब्दील हो जाता है और लोगो के आवाजाही का एक मात्र सहारा नाव रह जाती है।
गांव मे रिश्ते के लिए नही आते लोग
उक्त क्षेत्र के गांवो मे आवाजाही की मुकम्मल सुविधा नही होने से यहां लोग दूसरे गांवो से अपने बेटी की रिश्ते के लिए भी नही आते है। इतना ही नही सड़क, पुल-पुलिया के अभाव के कारण यहां घर के दरबाजे तक बेटी की बारात भी पहुंचना मुश्किल हो जाती है।
आर्थिक आजादी को तरस रहे है ग्रामीण
पूरा क्षेत्र कृषि प्रधान होने के बाद भी यहां के किसानो को अपना उत्पाद बिचौलियो के हाथ औने-पौने दाम में बेचनी पड़ती है। पुल एवं पथ निर्माण संघर्ष समिति के सचिव चंद्रशेखर मंडल ने कहा कि राजपुर-शिवायडीह-मुरहन पथ एवं पुल निर्माण कार्य पूरा हो जाने पर यहां लोगो को आर्थिक आजादी मिल जाएगी। लोग अपने उत्पाद को बिचौलियो को बेचने के बजाय खुद बाजार मे बेच कर बेहतर लाभ कमा पाएंगे।
तीन प्रखंडो के लाखो लोगो को होगा फायदा
इस पथ एवं पुल का निर्माण कार्य पूरा हो जाने से तीन प्रखंडो के लाखो लोगो को जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए शॉट रूट मिल जाएगा। यूं कहे कि सन्हौला, जगदीशपुर एव कहलगाव को जिला मुख्यालय तक पहुंचने मे पांच से छह किलोमीटर दूरी कम पड़ेगी मुख्य मार्ग पर भी वाहनो का दबाव कम हो जाएगा।
क्या कहते है अधीक्षण अभियंता
ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता लक्ष्मी नारायण पासवान ने कहा कि कतरिया नदी पर अधूरे पुल का निर्माण कार्य प्राथमिकता की सूची मे है। वहां दो वहां दो लोहे का गार्डर चढ़ाया जा चुका है। एक और चढ़ाना बाकी है। नदी के नीचे पानी होने की वजह से परेशानी हो रही है। बावजूद इसके फरवरी तक पुल एवं पहुंच पथ के निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
इन गांवो को होगा फायदा
लैलख, बैजलपुर, कुरपट, शिवायडीह, तातपुर, बैजनाथपुर, परघड़ी, रंगा, महेशपुर, प्रशस्तडीह एवं मुरहन सहित अन्य शामिल है।