ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल के स्टेशनों की रौनक बढ़ाएगा रेलवे, जानें... किस स्टेशनों का होगा कायाकल्प
यह कार्य इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड इरकॉन व रेल भूमि विकास प्राधिकरण का संयुक्त उद्यम है जिनको रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण करने हेतु नामित किया गया है।
भागलपुर [राम प्रकाश गुप्ता]। भारतीय रेल भागलपुर के ऐतिहासिक, धार्मिक और पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्टेशनों की रौनक बढ़ाएगा। ऐसे रेलवे स्टेशनों की सूची मांगी गई है। रेलवे की इस योजना में बिहार के पथ निर्माण विभाग को 'नोडल' बनाया गया है। पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने डीएम से ऐतिहासिक स्थलों की विशिष्टता बताते हुए प्रस्ताव मांगा है। पथ निर्माण विभाग ने ऐसे स्टेशनों को चिह्नित करने का निर्देश दिया है। इसके विकास में रेलवे की अलग-अलग एजेंसियां अपनी भूमिका निभाएगा।
यह कार्य इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईआरएसडीसीएल), इरकॉन और रेल भूमि विकास प्राधिकरण का संयुक्त उद्यम है, जिनको रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण करने हेतु नामित किया गया है। इसके लिए एक मास्टर प्लान तैयार होगा। इसके बाद प्राथमिकता के आधार पर चयनित स्टेशनों का विकास किया जाएगा।
पथ निर्माण विभाग को प्रस्ताव
सुल्तानगंज- उत्तरवाहिनी गंगा के विश्वस्तरीय श्रावणी मेला का यह प्रारंभ स्थल है।
विक्रमशिला-ऐतिहासिक विक्रमशिला विवि। खुदाई में अवशेष मिले हैं। प्राचीन इतिहास में इस ऐतिहासिक स्थल की चर्चा है। इसके अलावा बटेश्वर स्थान जाने के लिए यहां से सड़क मार्ग के द्वारा सुलभ मार्ग है।
नाथनगर/भागलपुर-विश्वस्तरीय चंपापुर दिगंबर जैन मंदिर, जैन तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य की जन्मस्थली है। नाथनगर स्टेशन के करीब यह स्थल है।
गोनूधाम-यह मंदारहिल सेक्शन में अवस्थित है। प्रसिद्ध गोनूधाम मंदिर के कारण इसकी प्रसिद्धि है।
प्रमोद कुमार पांडेय (निदेशक लेखा प्रशासन, भागलपुर) ने बताया कि पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की सूची मांगी है। सरकार को सूची भेजी जा रही है। आचार संहिता हटने के बाद कार्रवाई होगी।
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