सुल्तानगंज में बनेगा रेल थाना, बांका और कहलगांव होगा पीपी
ट्रेन और प्लेटफॉर्म पर होने वाले अपराध से सख्ती से निपटा जाएगा। इसके लिए कुछ पुलिस पोस्ट (पीपी) को थाना और अपराध नियंत्रण केंद्र को पीपी बनाया जाएगा। यह जानकारी रविवार को रेल थाना का निरीक्षण करने पहुंचे रेल डीआइजी उमाशंकर प्रसाद ने दी।
भागलपुर। ट्रेन और प्लेटफॉर्म पर होने वाले अपराध से सख्ती से निपटा जाएगा। इसके लिए कुछ पुलिस पोस्ट (पीपी) को थाना और अपराध नियंत्रण केंद्र को पीपी बनाया जाएगा। यह जानकारी रविवार को रेल थाना का निरीक्षण करने पहुंचे रेल डीआइजी उमाशंकर प्रसाद ने दी।
डीआइजी ने कहा कि सुल्तानगंज पीपी क्षेत्र को रेल थाना और कहलगांव अपराध नियंत्रण केंद्र को पीपी बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। जल्द ही यह काम पूरा कर लिया जाएगा। बांका स्टेशन पर भी रेल पुलिस का पीपी खुलेगा। भागलपुर रेल थानों में पुलिस बल की संख्या बढ़ा दी गई है। 20 महिला जवानों की नियुक्ति की गई है। इसके बाद स्टेशन और ट्रेनों की सुरक्षा दुरुस्त होगी। उन्होंने कहा कि जमालपुर रेल जिला के सभी थानों में बलों की संख्या बढ़ाई गई है।
थानाध्यक्ष और पुलिस कर्मियों को कर्तव्य पालन का पाठ पढ़ाते हुए डीआइजी ने अपराध की रोकथाम को लेकर कई निर्देश दिए। डीआइजी ने पुलिसकर्मियों के कार्यो की समीक्षा की। इसके पहले थानाध्यक्ष और जवानों ने डीआइजी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। सलामी के बाद डीआइजी ने कतार में खड़ीं महिला सिपाही से कहा कि किसी तरह की परेशानी आए तो सीधा फोन कर संपर्क करें। यात्रियों की सुरक्षा को लेकर किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मादक पदार्थो की तस्करी पर लगाएं रोक
डीआइजी लंबित कांड संबंधित फाइलों को खंगाला। लंबित कांडों को शीघ्र निष्पादन करने के निर्देश दिए। ट्रेन से शराब और अन्य मादक पदार्थो की तस्करी पर पूरी तरह रोक लगाने का निर्देश दिया। कुछ पुलिस कर्मी नेम प्लेट का बैच नहीं लगाए थे। उन्होंने तुरंत संबंधित पदाधिकारियों की क्लास ली। डीआइजी शस्त्रागार और बैरक की जांच की। महिला बैरक के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
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पॉकेटमॉरों की बढ़ गई संख्या, करें नियंत्रण
डीआइजी ने रेल थानाध्यक्ष अरविंद कुमार से कहा कि हाल के दिनों में स्टेशन पर पॉकेटमारी, मोबाइल छिनतई जैसी घटनाएं बढ़ गई हैं। इस पर हर हाल में नियंत्रण करें। प्लेटफॉर्म पर गश्ती और तेज करें। रोज चेकिंग अभियान चलाएं। किसी भी संदिग्ध पर नजर पड़े तो तुरंत हिरासत में लें। फरार बदमाशों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करें।