2021 से फिर कुल्हड़ चाय की चुस्की लेंगे पैसेंजर, रेलवे की इस योजना से संवरेगा कुम्भकारों के दिन
भागलपुर रेलवे जंक्शन से विक्रमशिला सूरत ब्रह्मपुत्र मेल फरक्का सूरत अंग एक्सप्रेस पेंट्रीकार है। 21 जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनें अप और डाउन में गुजरती है। वर्ष 2004 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत कुल्हड़ योजना लागू किया था।
भागलपुर [रजनीश]। एक बार फिर कुल्हड़ चाय का जमाना लौटने वाला है। पैसेंजर मिट्टी की सोंधी खुशबू वाली चाय की चुस्की लेंगे। 2021 से ट्रेन में पैसेंजर और प्लेटफॉर्म पर यात्रियों को कुल्हड़ योजना के तहत चाय देने की योजना है। दरअसल, वर्ष 2004 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत कुल्हड़ योजना लागू किया था। इसके बाद यह योजना बंद कर दी गई। 17 साल बाद फिर रेलवे कुल्हड़ योजना लेकर आ रही है। पहले चरण में विक्रमशिला एक्सप्रेस में इसे प्रयोग के तौर पर लागू किया जाएगा। धीरे-धीरे दूसरे ट्रेनों में लागू कर दिया जाएगा। रेलवे को इसके पीछे स्टेशनों पर फैलने वाली गंदगी को रोकना और स्थानीय कुम्भ्कारों को रोजगार को बढ़ावा देना है।
भागलपुर जंक्शन पर पांच हजार कप चाय की बिक्री
लॉकडाउन के बाद अभी भागलपुर से पांच जोड़ी ट्रेनें कोविड स्पेशल बनकर चल रही है। ऐसे में चाय की बिक्री कम हो गई है। लेकिन, मार्च से पहले प्लेटफॉर्म और ट्रेनों पर पांच हजार कप के करीब चाय की बिक्री होती थी। कुल्हड़ योजना लागू होने के बाद यहां के कुम्भकारों के दिन बहुर जाएंगे। मिट्टी के बर्तनों की मांग कम होने के कारण इनकी दैनिक स्थिति खराब के कगार है।
21 जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनें गुजरती हैं अप-डाउन में
भागलपुर जंक्शन से विक्रमशिला एक्सप्रेस, सूरत एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र मेल, फरक्का एक्सप्रेस, सूरत एक्सप्रेस, अंग एक्सप्रेस पेंट्रीकार है। यहां से 21 जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनें अप और डाउन में गुजरती है। जंक्शन पर दस की संख्या में फूड प्लाजा है। कुल्हड़ में चाय बिकने के बाद पर्यावरण भी नियंत्रण रहेगा। कुल्हड़ के प्रयोग को बढ़ावा देने से पर्यावरण को साफ रखने में मदद मिलेगी। इससे पेपर और प्लास्टिक में पेय पदार्थ देने पर भी रोक लगेगी।
70 से 80 रुपये में 100 कुल्हड़
नाथगनगर के कुम्भकार रामस्वरूप का कहना है कि अभी कुल्हड़ का डिमांड ज्यादा नहीं है। शहर के कुछ चाय दुकानों में कुल्हड़ की आपूर्ति की जाती है। 70 से 80 रुपये में 100 कुल्हड़ बेची जाती है। वहीं, सुरेन्द्र पंडित ने बताया कि 30 वर्षों से चाक चला रहा हूं। 100 कुल्हड़ बनाने और पकाने में 30 से 40 रुपये खर्च आता है। पर, बाजार मूल्य नहीं मिल पाता।
मुख्य बातें
-नए साल से भागलपुर जंक्शन पर मिलेंगे कुल्हड़ में चाय, रेलवे की कुल्हड़ योजना से संवरेगा कुम्भकारों के दिन
-2004 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने किया था लागू
-2021 में फिर से ट्रेनों में शुरू होगी योजना
-21 जोड़ी ट्रेनें अप और डाउन में गुजरती है भागलपुर जंक्शन से
-06 जोड़ी ट्रेनें अभी चल रही कोविड स्पेशल बनकर