पूर्णिया पंचायत, मुखिया चुनाव 2021: मतगणना केंद्र पर हंगामा, रोड़ेबाजी में तीन पुलिस कर्मी जख्मी
पूर्णिया पंचायत मुखिया चुनाव 2021 के रिजल्ट के लिए मंगलवार को मतगणना शुरू हुई। मतगणना केंद्र में अचानक से हंगामा होने लगा। इस दौरान जमकर रोड़ेबाजी की गई। जानकारी मुताबिक अमौर प्रखंड में मतगणना केंद्र में मोबाइल के साथ कुछ लोग घुसना चाह रहे थे।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया: पूर्णिया कालेज स्थित मतगणना केंद्र पर मंगलवार को अमौर प्रखंड में हुए पंचायत चुनाव की चल रही मतगणना के दौरान कुछ देर के लिए जमकर हंगामा बरपा। अनियंत्रित भीड़ द्वारा मोबाइल के साथ ही मतगणना केंद्र में प्रवेश की कोशिश के बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। बल प्रयोग से आक्रोशित भीड़ ने पुलिस कर्मियों पर भी रोड़ेबाजी शुरु कर दी। इससे तीन पुलिस कर्मी आंशिक रुप से जख्मी हो गए।
इधर पुलिस के लाठीचार्ज से भीड़ में मौजूद कई लोगों को चोटे भी आई। बाद में पुलिस अधिकारियों द्वारा स्थिति को नियंत्रित किया गया। यद्यपि इससे मतगणना में किसी तरह का व्यवधान नहीं पड़ा। घायलों में दंगा निरोधी दस्ता के हवलदार नारायण पाठक, हवलदार श्रीकांत शर्मा के अलावा बीएमपी के एक जवान शामिल हैं। सभी का उपचार मतगणना केंद्र में ही किया गया।
मौके पर मौजूद सदर एसडीपीओ सुरेंद्र कुमार सरोज ने कहा कि प्रत्याशियों व अभिकर्ताओं को क्रमवार मतगणना परिसर में प्रवेश कराया जा रहा था। इधर अमौर प्रखंड के सभी 24 पंचायत के मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य, पंच के साथ जिला परिषद सदस्य पद के प्रत्याशी व अभिकर्ता एक साथ ही परिसर में प्रवेश को आतुर हो गए। कुछ लोग मोबाइल लेकर केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश करने लगे। इस स्थिति को देखते हुए गेट पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा हल्का बल प्रयोग किया गया।
इस बल प्रयोग के बाद भीड़ में शामिल कुछ असामाजिक तत्व रोड़ेबाजी शुरु कर दी। इसमें तीन पुलिस कर्मियों को चोट लगी है। बाद में तत्काल पुलिस बलों के सहयोग से स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया। मौजूद लोगों ने भी बताया कि विवाद मोबाइल लेकर परिसर में प्रवेश पर रोक के कारण हुई।
कुछ प्रत्याशी व अभिकर्ता मोबाइल लेकर अंदर जाना चाह रहे थे। उनका कहना था कि खास प्रत्याशियों को यह रियायत मिली है तो उन लोगों को क्यों नहीं। इसी बात पर विवाद शुरु हुआ और बात लाठी चार्ज व रोड़ेबाजी तक पहुंच गई। घायल हवलदार नारायण पाठक ने भी बताया कि कुछ लोग गलत आरोप लगाकर जबरन मोबाइल लेकर घुसना चाह रहे थे, उन्हें रोकने पर विवाद हुआ।