कोरोना संदिग्धों का पुल टेस्टिंग से जांच शुरू
अब तक कोरोना जांच के लिए संदिग्धों के एक-एक सैंपल लिए जाते थे लेकिन मंगलवार से यह व्यवस्था जिले में बदल गई है।
भागलपुर। अब तक कोरोना जांच के लिए संदिग्धों के एक-एक सैंपल लिए जाते थे, लेकिन मंगलवार से यह व्यवस्था जिले में बदल गई है। अब पुल टेस्टिंग के जरिए एक साथ पांच लोगों के सैंपल लिए जा रहे। इस जांच में किसी एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो संबंधित व्यक्ति का अलग से सैंपल लिया जाएगा।
सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह ने बताया कि प्रधान सचिव ने क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती लोगों की जांच पुल टेस्टिंग के जरिए कराने का निर्देश दिया था। इसके बाद यह व्यवस्था लागू कर दी गई है।
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क्या है पुल टेस्टिंग
जासं, भागलपुर। पुल टेस्टिंग (ग्रुप जांच) है। इसमें एक बार में एक साथ पांच लोगों की जांच संभव है। इससे संबंधित व्यक्ति कोरोना संक्रमित है या नहीं यह पता चलता है। जहां संक्रमितों की संख्या कम है वहां पुल टेस्टिंग का प्रयोग ज्यादा होता है। सिविल सर्जन ने बताया कि कोरोना जांच के लिए पुल टेस्टिंग प्रणाली बेहतर है।