रामविलास पासवान की जयंती पर चिराग के संसदीय क्षेत्र जमुई में आयोजित होगा कार्यक्रम, आशीर्वाद यात्रा को लेकर तैयारी पूरी
Birth Anniversary of Ram Vilas Paswan पूर्व केंद्रीय मंत्री सह लोजपा संस्थापक रामविलास पासवान की जयंती के अवसर पर जमुई में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। वहीं पटना से आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाई जाएगी। चिराग के संसदीय क्षेत्र में क्या कुछ कार्यक्रमों बारे में पढ़ें पूरी खबर...
संवाद सहयोगी, जमुई। Birth Anniversary of Ram Vilas Paswan: लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय रामविलास पासवान की जयंती के अवसर पर 5 जुलाई यानी सोमवार को व्यापक स्तर पर आशीर्वाद यात्रा निकाली जाएगी। यह आशीर्वाद यात्रा पटना से चलकर हाजीपुर होते हुए सुल्तानपुर दलित बस्ती पहुंचेगी, जहां स्वर्गीय रामविलास पासवान की जयंती पर विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
जयंती में आयोजित होने वाली आशीर्वाद यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए लोक जनशक्ति पार्टी जमुई के अध्यक्ष जीवन सिंह ने बताया कि स्वर्गीय पासवान की जयंती के अवसर पर लोजपा जमुई द्वारा स्थानीय द्वारिका विवाह भवन में लोजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सुबह 6:00 बजे जयंती समारोह का आयोजन किया जाएगा। जिला अध्यक्ष ने बताया कि जयंती के अवसर पर आयोजित होने वाले आशीर्वाद यात्रा की सफलता को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है।
उन्होंने कहा कि जयंती के बाद जिले में लोजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सैकड़ों की संख्या में सड़क मार्ग द्वारा आशीर्वाद यात्रा में शामिल होने को लेकर पटना हाजीपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। उन्होंने बताया कि आशीर्वाद यात्रा को ऐतिहासिक एवं सफल बनाने को लेकर पार्टी के सभी कार्यकर्ता सक्रिय हैं। आशीर्वाद यात्रा की तैयारी को लेकर रविवार को जिले के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक कर समीक्षा की गई साथ ही इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए व्यापक स्तर पर जनसंपर्क अभियान जारी है।
लोजपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि आशीर्वाद यात्रा के अवसर पर अपने कार्यकर्ता पदाधिकारी एवं बिहार की जनता को धन्यवाद करेंगे, जिन्होंने अपने नेता पर अटूट विश्वास बनाए रखा। उन्होंने कहा कि बागी सांसद द्वारा किया गया विश्वासघात एवं कठिन दौर में भी जनता का विश्वास पाकर चिराग एक विजेता बनकर उभरे।
गौरतलब हो कि जमुई रामविलास के बेटे चिराग पासवान का संसदीय क्षेत्र है। ऐसे में यहां इस यात्रा को लेकर बड़े राजनीतिक कयास भी लगाए जा रहे हैं। वहीं, दिल्ली से पटना पहुंचे चाचा पशुपति पारस ने साफ कर दिया है कि जयंती के अवसर पर किसी तरह का कोई विवाद न हो, जो मेरा उद्देश्य है वही चिराग का उद्देश्य है। जयंती मनायी जाए।
लोजपा में हुई टूट किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में पार्टी संस्थापक रामविलास पासवान की जयंती पर चिराग और पशुपति पारस के कार्यकर्ता अपने-अपने ढंग से तैयारी कर रहे हैं।
रामविलास पासवान के बारे में संक्षिप्त विवरण
- रामविलास पासवान का जन्म पांच जुलाई 1946 को बिहार के खगड़िया जिला स्थित गांव शहरबन्नी (अलौली) में हुआ था।
- चुनावी राजनीति के सफर का आरंभ 1969 में हुआ।
- पहली बार उन्होंने संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और विधानसभा के लिए चुने गए।
- आपातकाल के बाद उन्होंने 1977 में आम चुनाव हाजीपुर सीट से लड़ा।
- इस लोकसभा चुनाव में आपने रिकॉर्ड मतों के अंतर से जीत दर्ज की, जिसके लिए उनका नाम गिनीज वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।
- पासवान ने नौ बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा सदस्य के रूप में संसद तक का सफर तय किया।
- आप संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) दोनों की सरकार में मंत्री बने।
- केंद्र सरकार में रामविलास पासवान श्रम एवं कल्याण मंत्री, रेलमंत्री, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, खान मंत्रालय, केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री, इस्पात मंत्री और उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री बनाए गए।
- उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री के पद पर रहते हुए आप बीमार हो गए। पिछले साल 8 अक्टूबर को उनका निधन हो गया।