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जेल प्रशासन ने बदल दी कभी आतंक मचाने वाले कैदियों की तकदीर Bhagalpur News

भागलपुर जेल प्रशासन ने कैदियों को शिक्षित करने की योजना बनाई है। जेल प्रशासन ने कुख्‍यात कैदियों की जिंदगी बदल दी।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Mon, 23 Sep 2019 01:16 PM (IST)Updated: Mon, 23 Sep 2019 01:16 PM (IST)
जेल प्रशासन ने बदल दी कभी आतंक मचाने वाले कैदियों की तकदीर Bhagalpur News
जेल प्रशासन ने बदल दी कभी आतंक मचाने वाले कैदियों की तकदीर Bhagalpur News

भागलपुर [कौशल किशोर मिश्र]। शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा में बंद 24 उम्रकैदी कंप्यूटर शिक्षा में दक्ष बन कंप्यूटर चलाने में दक्ष बन गए हैं। इनमें 22 कैदियों के हाथ कभी कत्ल के गुनाह में रंगे थे। सभी उम्रकैद काट रहे हैं जबकि दो कैदियों ने मादक पदार्थ की तस्करी में 20 साल की कैद काट रहे हैं। इनके गुनाह संगीन थे। जेल में उनके नजदीक कोई अन्य कैदी फटकते नहीं थे। जेल प्रशासन ने उनकी गतिविधियों और पृष्ठभूमि की जानकारी ले उन्हें हुनरमंद बनाने का फैसला किया। कैदी कल्याण से जुड़ी योजनाओं के तहत उन्हें कंप्यूटर शिक्षा के लिए प्रेरित करना शुरू किया। प्रारंभ में उनका दिल नहीं लगा। तास और लूडो खेल समय काटने में ज्यादा दिलचस्पी लेते थे। लेकिन कारा अधिकारियों ने उनकी दिलचस्पी कंप्यूटर में जगाई। धीरे-धीरे वे कंप्यूटर के माउस थाम तकनीकी जिज्ञासा को साझा करने लगे। नतीजा हुआ कि कत्ल करने वाले हाथ कंप्यूटर के माउस छू हुनरमंद बनने लगे। कंप्यूटर शिक्षा को आत्मसात करने वाले इन 24 कैदियों में दक्षता आनी शुरू हुई तो दूसरे कैदियों को भी कंप्यूटर शिक्षा के लिए प्रेरित करने लगे।

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फोटो शॉप समेत कई एप्लीकेशन की जानकारी ले बन गए माहिर

उम्रकैद काट रहे 24 कैदियों ने जेल प्रशासन की ओर से प्रोत्साहन मिलने से कंप्यूटर पर फोटो शॉप समेत कई तरह के एप्लीकेशन की जानकारी ले माहिर बन गए हैं। जेल में बंद अन्य कैदियों की दिलचस्पी देख ये माहिर कैदी उन्हें भी कंप्यूटर एप्लीकेशन में पारंगत बनाने की ठानी है। इसके लिए हाल तक जेल अधीक्षक रहे रूपक कुमार, उपाधीक्षक राकेश कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारी तकनीकी शिक्षा पाने वाले कैदियों को सहयोग भी कर रहे हैं। कारा प्रशासन कंप्यूटर शिक्षा में निपुण कैदियों को आगे की तकनीकी विद्या के लिए भी तैयार करने की सोची है ताकि जेल के अंदर अकादमिक गतिविधियों को और बढ़ावा मिल सके।

इन कैदियों ने बदल डाली दुनिया

मुहम्मद रिजवान, फुच्ची लाल मांझी, बुद्धि मंडल, टुन्ना दास, अरविंद यादव, पंचानंद पासवान, मिथिलेश कुमार, राजा यादव, विश्वनाथ मंडल, मुहम्मद अमीरूद्दीन, प्रताप साह, मुहम्मद नजीर, शिवा यादव, अमित लाला, धमेंद्र यादव, मनोज भारती, राकेश कुमार, मुहम्मद बदरूद्दीन, पिंटन यादव, धुरखेली मंडल, पप्पू पासवान, काजू दास, घुटर मिश्रा शामिल हैं। इनमें रिजवान और बदरूद्दीन को मादक पदार्थ तस्करी में सजा मिली जबकि शेष 22 कैदी कत्ल के जुर्म में सजा काट रहे है

रूपक कुमार (उप महानिरीक्षक, कारा मुख्यालय, पटना) ने कहा कि कैदियों को सरकारी योजनाओं का लाभ शत-प्रतिशत मिले, इसका प्रयास करता हूं ताकि कैदियों के बीच अकादमिक माहौल बना रहे। इसके नतीजे भी अच्छे मिल रहे हैं। कैदियों के बीच वैमनस्यता, मारपीट अब बीते दिनों की बात होने लगी।


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