PM in Bhagalpur : गंगा तट पर राष्ट्रवाद की पटरी पर दौड़ी नरेन्द्र मोदी की चुनावी एक्सप्रेस
भागलपुर हवाई अड्डा मैदान में प्रधानमंत्री ने लोगों को यह भी विश्वास दिलाया कि सुरक्षा चाहे देश की सीमाओं की हो या आपके हितों व सम्मान की सभी के लिए आपका ये चौकीदार चौकन्ना है।
भागलपुर [धीरज कुमार]। अंग की राजधानी भागलपुर की पहचान निर्मल गंगा को लेकर है। यहां से गंगा की निर्मल धारा बहती है। गुरुवार को यहां आए पीएम नरेंद्र मोदी का पूरा चुनावी भाषण राष्ट्रवाद और देश के स्वाभिमान व सुरक्षा की धाराओं पर बहता रहा। पीएम ने पुलवामा और उड़ी अटैक के बाद आतंक के खिलाफ भारत की ठोस कार्रवाई का जिक्र कर युवाओं में जोश भरने का काम किया। बोले, 2014 के पहले पाक का क्या रवैया था। भारत में आतंकी भी भेजता था, धमकियां भी देता था। डर-डर के जीना हमारी आदत बन गई थी। आज पाक के चेहरे पर डर दिख रहा है। आपका ये चौकीदार आतंकियों को घर में घुस कर मारा, जिसके बाजूओं में दम होगा, वही मार सकता है।
पाक को अलग-थलग करने की बात कह मोदी ने विश्व पटल पर देश की मजबूती का भी एहसास कराया। प्रधानमंत्री ने लोगों को यह भी विश्वास दिलाया कि सुरक्षा चाहे देश की सीमाओं की हो या आपके हितों व सम्मान की सभी के लिए आपका ये चौकीदार चौकना है। भीड़ ने मोदी-मोदी के नारे लगाकर और हाथ उठाकर जनसमर्थन जताया। पीएम ने एनडीए सरकार की आगे की नीति स्पष्ट कर लोगों का भरोसा जीतने की कोशिश की। बोले, आतंकवाद और नक्सलवाद से निपटने के लिए जवानों को आगे भी खूली छूट रहेगी।
उन्होंने भारत के अभिन्न अंग जम्मू-कश्मीर का जिक्र कर भी अपनी राय और मंशा स्पष्ट की। कहा, 23 मई के चुनावी नतीजे के बाद अबकी बार फिर मोदी सरकार बनेगी तो जम्मू-कश्मीर में भी आतंक के अड्डों को पता लगा लगें और पाक से पैसा लेने वालों को जेल में डाल देंगे। रक्षा सौदों की दलाली बंद कर देंगे। प्रधानमंत्री ने लोगों को भी यह भरोसा दिलाया कि आपका ये चौकीदार आपकी भावनाओं को समझता है। यही कारण है आतंकी हमले के बाद जिस बंदिश से बाहर निकलने के लिए 120 करोड़ देशवासी छटपटा रहे थे, उस बंदिश को हमने सजिर्कल और एयर स्ट्राइक कर तोड़ दिया। हमारी सरकार में नामुमकिन भी मुमकिन हो गया।
आयुष्मान भारत का जिक्र कर मां की भावनाओं को छुआ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के बीच राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर की दर्द भरी एक कविता की कुछ पंक्तियां 'रेशमी कलम से भाग्य लेख लिखने वाले, तुम भी अभाव से ग्रस्त हो क्या रोए हो, बीमार किसी बच्चे की दवा जुटाने के लिए तुम भी क्या घर पर पेट बांधकर सोए हो' पढ़कर गरीब माताओं की भावनाओं को भी छुआ। बोले, आयुष्मान भारत योजना का जन्म इसी दर्द भरी कविता को पढ़कर हुआ है। हमने ऐसी व्यवस्था कर दी है कि अब इलाज के अभाव में गरीब का बेटा नहीं मरेगा। हर साल इलाज के लिए गरीबों को पांच लाख रुपये दिए जाएंगे।
आपके इस प्रधान सेवक ने नामदारों की लाल बत्ती बुझा कर गरीबों के घरों में दूधिया रोशनी जलाई। पक्का मकान दिया। मुफ्त में चूल्हा और गैस कनेक्शन दिया। 60 वर्ष के बाद छोटे और सीमांत किसानों को पेंशन देने की बात कह मोदी ने सबका साथ सबका विकास करने की अपनी नीयत भी साफ की। यह भी कहा कि पीएम किसान सम्मान योजना से एक करोड़ 60 लाख परिवार को सीधी मदद मिलनी शुरू हो चुकी है।