25 माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के वेतन भुगतान पर रोक, जानिए वजह Bhagalpur News
जिन स्कूलों के प्रधानों के वेतन भुगतान पर रोक लगाई गई है उन पर बार-बार सूचना के बाद भी प्रयोगशाला के उपकरण एवं उपस्कर क्रय का प्रमाण पत्र जमा नहीं करने का आरोप है।
भागलपुर [जेएनएन]। शिक्षा विभाग के डीपीओ लेखा-योजना ने जिले के 25 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को शोकाज पूछते हुए उनके वेतन भुगतान पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
जिन स्कूलों के प्रधानों के वेतन भुगतान पर रोक लगाई गई है उन पर बार-बार सूचना के बाद भी प्रयोगशाला के उपकरण एवं उपस्कर क्रय का प्रमाण पत्र जमा नहीं करने का आरोप है। डीपीओ ने जारी पत्र में कहा है कि अब तक प्रमाण पत्र किन परिस्थितियों में जमा नहीं किया जा सका है इसका दो दिनों में स्पष्टीकरण दें। स्पष्टीकरण की समीक्षा तक उन्होंने वेतन भुगतान पर भी रोक लगा दी है।
पूर्व में भी स्कूल प्रधानों को 31 मई तक यह रिपोर्ट देने को कहा गया था, बावजूद इसके प्रयोगशाला उपकरण व उपस्कर क्रय संबंधि प्रमाण पत्र आज तक नहीं दिया गया। जो उच्चाधिकारियों के आदेश की अवहेलना एवं कार्य के प्रति लापरवाही दर्शाता है। साथ ही यह जाहिर होता है कि संबंधित प्रधानाध्याकों द्वारा कोई उपकरण एवं उपस्कर की खरीदारी नहीं की है। जो वित्तीय अनियमितता को भी स्पष्ट करता है। बता दें कि सरकार ने प्रायोगिक कक्षा को दुरूस्त करने के लिए माध्यमिक स्कूल को पांच लाख एवं उच्चतर माध्यमिक स्कूल को 10 लाख की राशि उपकरण एवं उपस्कर क्रय के लिए आवंटित की गई थी।
इन स्कूलों ने नहीं दिया है प्रमाण पत्र
श्री दुर्गा उच्च विद्यालय रामनगर, उ.वि. बहादुरपुर, मथुरापुर, प्रशस्तडीह, सनोखरहाट, तेतरी पकरा, बभनगामा, सैदपुर, शाहकुंड, नाथनगर, अंबा, बिहपुर, साहुपरबत्ता, खवासपुर, चापरहाट, खैरेहिया, पीरपैंती, कदवा, सुल्तानगंज, अरार धुआवै सहित मारवाड़ी पाठशाला एवं टीएनबी कॉलेजिएट भी शामिल है।