प्रकाश की चकाचौंध में डांडिया रास की मस्ती और धमाल से जवां हो गई रात
सोमवार को गोकुल धाम में डांडिया रास महोत्सव का आयोजन किया गया। दैनिक जागरण के इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। इस दौरान कलाकारों ने बेहतरीन प्रस्तुति दी।
भागलपुर (जेएनएन)। सोमवार को शहर के गोकुल धाम में डांडिया रास महोत्सव का आयोजन किया गया। दैनिक जागरण की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में बच के रहना रे बाबा, बच के रहना रे, धूप में निकला न करो रूप की रानी, देखा है पहली बार साजन के आंखों में प्यार, जीना क्या है प्यार बिना, एक मोड़ आया है, मैं एक दिल छोड़ आया एवं मेरे सपनों की रानी कब आओगी तू ... आदि गानों पर शहरवासी देर रात 11 बजे तक झूमते रहे। इस लाइव शो में हर कलाकारों के गाने के साथ शहरवासी डांडिया का जी भर कर आनंद ले रहे थे।
जिलाधिकारी प्रवण कुमार ने बतौर मुख्य अतिथि डिप्टी मेयर राजेश वर्मा, पूर्व मेयर वीणा यादव, दीपक भुवानियां, संपादकीय प्रभारी संयम कुमार एवं महाप्रबंधक राजाराम तिवारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मौके पर दैनिक जागरण के संस्थापक पूरन चंद्र गुप्ता एवं प्रधान संपादक नरेंद्र मोहन के चित्र पर पुष्पांजलि भी अर्पित की।
जिलाधिकारी ने कहा कि यहां की सांस्कृतिक विरासत काफी समृद्ध है। दैनिक जागरण द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का पूरे उत्साह एवं उमंग के साथ आनंद लें। उन्होंने शहरवासियों को दुर्गा पूजा की बधाई भी दी। डीएम ने कहा जागरण का यह प्रयास शहरवासियों को जोडऩे का काम करेगा। वहीं संपादकीय प्रभारी ने डांडिया में शिरकत करने आए रेशमी शहर के लोगों से कहा यह नवरात्र के उमंग का समय है। आज आप अपने उमंग के लिए समय बिताएं। कार्यक्रम में आपके उत्कर्ष का पैमाना हमारे कार्यक्रम के सफलता का पैमाना बनेगा।
इसके पूर्व कार्यक्रम का आगाज गायक कलाकार सुनील शेखर ने देवी गीत जय-जय अंबे मां..से किया। इस गाने के बाद भीड़ से अपने मन पसंद गाने की फरमाइश शुरू तो इलाहाबाद से आई गायिका हेमा गुप्ता एवं पूजा छाबड़ा एक से बढ़ कर एक पसंदीदा गीत गाकर लोगों को डांडिया नृत्य पर झूमने को मजबूर कर दिया।
नवरात्र के त्योहार पर रेशमी शहर में लोगों के चेहरों पर मुस्कराहट बिखेरने मुम्बई से पहुंची फिल्म कलाकारा गरिमा जैन के मंच पर आते ही डांडिया में शिरकत करने आए लोग खुशी से शोर मचाने लगे। उन्होंने कहा मैं अकेले नहीं पूरे भागलपुर वासियों के साथ गाऊंगी। इसके बाद उन्होंने जोगिरा तारा एवं लैला मैं लैला..सुनाकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। मंच के ठीक सामने युवक युवतियों ने हर गीत पर डाडिया प्रस्तुत कर कार्यक्रम को और मनोहारी बनाया।
कलाकारा निधि जानीफर ने ढोल बाजे-ढोल...गाकर माहौल को उत्सवी बना दिया
डाडिया रास-2018 के दौरान मंच पर आए कलाकारों ने डाडिया की परंपरा को आधुनिकता के लिवास में सहेज कर कुछ इस तरह परोसा कि युवा जोड़ों से खचाखच भरा गोकुल धाम परंपरा व आधुनिकता के मिश्रित सुगंध से सुवासित हो उठा। सभी आयु वर्ग के लोगों ने डांडिया रास का भरपूर मजा लिया। गीत के एक-एक बोल पर थिरकते लोगों के लिए मानों वक्त ठहर सा गया था। प्रकाश की चकाचौंध में डांडिया रास की मस्ती व धमाल से रात जवां हो गई थी।
कान्हा रे थोड़ा सा प्यार दे...
इसके बाद लखनऊ के कलाकारों ने रंग-बिरंगे परिधानों में सजधज कर कृष्ण की रास लीला का आकर्षक मंचन किया तो वातावरण उत्साह की आवाज व तालियों से गडग़ड़ा उठा। प्रकाश की अद्भुत व्यवस्था ने मंच से लेकर परिसर तक को संतरंगी बना दिया था। पूरा वातावरण उत्सव व उल्लास से भरपूर था। युवाओं का उत्साह देखने योग्य था। हर चेहरे पर भक्ति व उत्साह की तरंगें हिलोरे मार रही थीं। पैरों में थिरकन थी और चेहरों पर मुस्कान। हर जोड़े एक-दूसरे के साथ डांडिया लड़ा रहे थे। स्त्री-पुरुष व बच्चों ने एक साथ डांडिया का भरपूर लुत्फ लिया।
आयोजन में ये रहे हमारे सहयोगी
मैत्री कंस्ट्रक्शन, लियन कंस्ट्रक्शन एंड प्रोपर्टी, टफकॉन, रामेश्वरम इंटरप्राइजेज, विशाल स्वर्णिका ज्वेलर्स, वोडाफोन सखी, हीरो एक्सट्रीम, निशान अगरबत्ती, द जावेद हबीब, तनिष्क, एमबी डिलाइट, श्रीराम सेल्स, प्रगति साड़ी, डोसा प्लाजा, चंपारण मीट हाउस, होटल शीला चैम्बर्स, एडीकोड और अजय कुमार राय उर्फ मंटू हैं।