चंपा नदी पर नया पुल बनकर तैयार, मार्च में हो जाएगा चालू
पुराने चंपा पुल के जर्जर होने के कारण फिलहाल बसों, ट्रकों को अमरपुर, शाहकुंड होकर मुंगेर और पटना जाना पड़ रहा है। नवनिर्मित पुल टू लेन पुल 122 मीटर लंबा है।
भागलपुर [जेएनएन]। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार नाथनगर स्थित चंपा नदी पर नया पुल बनकर तैयार हो गया। पहुंच पथ बनाने का काम तेजी से चल रहा है। मार्च में पुल पर वाहनों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। इस पुल के चालू होने के बाद भारी वाहनों के लिए भागलपुर से पटना की दूरी 35 से 40 किलोमीटर तक कम हो जाएगी। पुराने चंपा पुल के जर्जर होने के कारण फिलहाल बसों, ट्रकों को अमरपुर, शाहकुंड होकर मुंगेर और पटना जाना पड़ रहा है।
यह टू लेन पुल 122 मीटर लंबा है। इसके सभी पांच स्पेन की ढलाई हो चुकी है। पहुंच पथ निर्माण में बाधक पेड़ों की कटाई के लिए वन विभाग को लिखा गया है। दस-पंद्रह दिनों में इस समस्या का भी समाधान हो जाएगा। पुल निर्माण में 13.66 करोड़ रुपये की लागत आई है। गुरुवार को एनएच-80 के कार्यपालक अभियंता ने निर्माण कार्यो का जायजा लिया।
एनएच भागलपुर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता राजकुमार ने बताया कि चंपा पुल के पहुंच पथ निर्माण में बाधक पेड़ों की कटाई की समस्या का इस माह समाधान हो जाएगा। जिला पदाधिकारी ने भी मामले को गंभीरता से लिया है। पहुंच पथ का निर्माण कर मार्च में चंपा पुल चालू करने की योजना है।
भूमि अधिग्रहण की पेंच में फंसा है घोरघट पुल का निर्माण
भागलपुर-मुंगेर सीमा पर घोरघट पुल के निर्माण का मामला भूमि अधिग्रहण की पेंच में फंस गया है। चार स्लैब में से एक का भी काम पूरा नहीं हो सका है। मार्च तक निर्माण कार्य पूरा करने का संवेदक को समय दिया गया है। पर दिसंबर से पहले निर्माण कार्य पूर्ण होने की उम्मीद कम है। हालांकि विभागीय अधिकारी एक से डेढ़ माह में भूमि अधिग्रहण की समस्या का समाधान होने और जुलाई-अगस्त तक निर्माण कार्य पूरा करने का दावा कर रहे हैं। इस आरसीसी पुल की लंबाई 54 मीटर, चौड़ाई 7.5 मीटर और पहुंच पथ की लंबाई 300 मीटर है। निर्माण में 17 करोड़ 31 लाख रुपये खर्च होंगे।
टूटेगा मसाढ़ू पुल, सात से 10 तक बंद रहेगा परिचालन
रिजेक्टेड ब्रिटिशकालीन मसाढू पुल को सात जनवरी को ध्वस्त कर दिया जाएगा। इसके लिए सात से 10 जनवरी तक कहलगांव से भागलपुर के बीच वाहनों का परिचालन बंद रहेगा। घोघा गोल सड़क-सन्हौला-कोतवाली और गोराडीह होते हुए कहलगांव से भागलपुर आना पड़ेगा। एनएच के कार्यपालक अभियंता राजकुमार के अनुसार एनएच-80 के किलोमीटर 143 (मसाढ़ू) के निकट इंगलिश गांव से हरिदासपुर (ममलखा) पर संकीर्ण मार्ग होने के कारण इस पर केवल आपातकालीन सेवा से संबंधित वाहनों और दोपहिया गाड़ियों के लिए चार दिनों तक परिचालन किया जा सकता है। दो साल पूर्व मसाढ़ू पुल के पाया में दरार पड़ गया था। स्लैब धंस गया था। एनएच विभाग के वरीय पदाधिकारियों ने इस पुल को रिजेक्ट घोषित करते हुए तत्काल दुरुस्तीकरण कर वाहनों के परिचालन कराने का निर्देश दिया था। दुरुस्तीकरण में 80 लाख रुपये खर्च हुए थे।