प्रधानमंत्री आवास योजना : जिला परिषद की वर्चुअल बैठक, झोपड़ी में रहने वालों को नहीं खोज पा रहा प्रशासन
भागलपुर में जिला परिषद की वर्चुअल बैठक में प्रधानमंत्री आवास का मुद्दा उठा। सदस्यों ने लगाया आरोप स्वच्छता परिसर के निर्माण में बिचौलिया हावी है।
भागलपुर, जेएनएन। प्रधानमंत्री आवास योजना : झोपड़ी में रहने वालों को प्रशासन खोज नहीं पा रहा है। यही कारण है कि ऐसे लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। यह मामला जिला परिषद की वर्चुअल बैठक में उठा। बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष टुनटुन साह ने की।
डीआरडीए निदेशक प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवास सहायक को लाभुक नहीं नहीं मिल रहे हैं, जबकि 27 हजार से अधिक लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलना है। इस पर सदस्यों ने कहा कि आवास सहायक इसमें दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। काफी संख्या में लोग अभी भी झोपड़ी में रह रहे हैं। बिचौलिया के हावी रहने के कारण गरीबों को लाभ नहीं मिल रहा है।
सदस्यों ने लाभुकों की सूची को सार्वजनिक करने की मांग की। बैठक में मनरेगा का मामला उठाते हुए सदस्यों ने कहा कि मनरेगा योजना के काम में प्रवासियों को रोजगार देना था। सातवें महीने में योजना की जानकारी देने के बाद भी प्रखंड स्तर से प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिल रही है। इस कारण काम शुरू नहीं हो पा रहा है।
15वीं वित्त की राशि से तालाब, डांड़, नहर, सड़क, नाला का निर्माण होना था। लेकिन प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलने के कारण कार्य नहीं शुरू हो पा रहा है। सार्वजनिक स्वच्छता परिसर के संबंध में सदस्यों ने आरोप लगाया कि इस संबंध में बीडीओ की ओर से कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। योजना के नाम गड़बड़ी हो रही है। इस पर डीआरडीए निदेशक ने सभी बीडीओ को योजना की जानकारी जिला परिषद के सदस्यों को देने का निर्देश दिया। बैठक में गौरव राय, बीबी फरहाना, नंदनी सरकार, प्रमिला देवी, सोनी कुमारी, माला देवी ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर पार्षदों ने जिले के विकास में लापरवाही की भी शिकाकत की। सदस्यों का आरोप है कि अभी भी हरेक जगह बिचौलियागिरी हाबी है।