जनसंख्या नियंत्रण : आप जब तक करेंगे पपीते के बीज का सेवन तब तक नहीं होगा संतान
जनसंख्या नियंत्रण पपीते के बीज जनसंख्या नियंत्रण में कारगर साबित होते हैं। शिक्षक विभूति नारायण सिंह ने चूहे पर शोध कर इसकी पुष्टि की है।
भागलपुर [नवनीत मिश्र]। अगर आप बिना किसी परेशानी के बच्चा नहीं चाहते हैं तो आपको पपीते के बीजों का नियमित सेवन करना होगा। जब तक आप पपीते के बीज का सेवन करेंगे, तब तक बच्चा नहीं होगा। एक शोध रिपोर्ट से पता चला है कि पपीते के बीज जनसंख्या नियंत्रण में कारगर साबित होते हैं।
मगध विवि के प्रतिकुलपति व तिलकामांझी भागलपुर विवि के स्नातकोत्तर जंतु विज्ञान विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष विभूति नारायण सिंह ने चूहे पर शोध कर इसकी पुष्टि की है। शोध में यह साबित हुआ है कि पपीते के बीजों के सेवन से इच्छित समय तक संतान की उत्पत्ति रोकी जा सकती है। यह शोध पत्र 2017 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ साइंटिफिक रिसर्च और 2020 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ लाइव साइंसेस में प्रकाशित भी हो चुका है। शोध को मान्यता भी मिल गई है। प्रो. वर्मा के साथ सोनी कुमारी ने शोध किया है। प्रो. सिंह का कहना है कि पुरुष जब तक पपीते के बीज के चूर्ण का सेवन करेंगे, तब तक बच्चा नहीं होगा। जब बच्चे की इच्छा हो तब चूर्ण का सेवन करना बंद कर दे। प्रो. सिंह ने छह चूहों पर रिसर्च किया। चूहों को 50 मिलीग्राम पपीता के बीज के चूर्ण का लिक्विड बनाकर खिलाया गया। दसवें दिन देखा गया कि स्पर्म और सीमेन का पीएच कम हो गया। इस तरह 20वें, 30वें, 40वें और 50वें दिन धीरे-धीरे मेल का स्पर्म कम होता गया। मूवमेंट कम हो गया। सीमेन का पीएच कम हो गया। इसके अलावा छह और चूहों को बिना कुछ किए छोड़ दिया गया। 50वें दिन देखा गया कि जिसे चूर्ण खिलाया गया था, उसमें शुक्राणुओं की संख्या कम हो गई थी। बाद में उस चूहे को चूर्ण खिलाना बंद कर दिया गया और देखा गया कि शुक्राणुओं की संख्या धीरे-धीरे बढऩे लगी। प्रो. सिंह ने बताया कि पपीते के बीज का चूर्ण गर्भ निरोधक में कारगर है। प्रति किलो शरीर के वजन के हिसाब से पुरुष 10 ग्राम पपीते के बीज के चूर्ण का सेवन कर सकते हैं।
कैसे करें तैयार : पपीते के बीजों को सुखा लें। इसके बाद चूर्ण तैयार कर लें। चूर्ण को सुबह में पानी के साथ सेवन करें। 50 मिलीग्राम पर केजी बॉडी वेट के हिसाब से इसका सेवन करना है।
पपीते के बीज फायदेमंद : पपीते के बीज में एंटीऑक्सिडेंट्स जैसे-पॉलीफेनोल्स और फ्लेवोनोइड्स सही मात्रा में होते हैं। ये सर्दी और खांसी जैसे संक्रमण के अलावा कई पुरानी बीमारियों से बचाते हैं। पपीते के बीजों में फाइबर मौजूद होता है, जो आपकी पाचन शक्ति को ठीक रखने के अलावा मोटापा रोकने में भी मदद करते हैं। ये शरीर के सॉफ्ट टिश्यूज को रेडिकल्स से सुरक्षित रखता है। इससे डायबिटीज का खतरा भी कम होता है। यदि नियमित रूप से इसके बीज का सेवन किया जाए तो इससे लोगों का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इससे डायबिटीज भी कंट्रोल होता है।