टीएमबीयू के स्वास्थ्य केंद्र को इलाज की दरकार
टीएमबीयू के स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं का टोटा है। यहां हजारों छात्र-छात्राओं के उपचार के लिए महज एक चिकित्सक की नियुक्ति है।
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के सुविधाविहीन स्वास्थ्य केंद्र को इलाज की दरकार आ पड़ी है। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में जहां स्वास्थ्य सुविधा को हर जगह दुरुस्त किया जा रहा है, वहीं इस केंद्र में इलाज की कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं है।
यहां संविदा पर कार्यरत एक मात्र पुरुष चिकित्सक है, जिस पर टीएनबी और मारवाड़ी कॉलेज सहित सभी 34 पीजी विभाग, विवि, सेंट्रल लाइब्रेरी और प्रेस को मिलाकर करीब 20 हजार विद्यार्थियों व शिक्षक-शिक्षणेतर कर्मियों के इलाज का भार है। छात्राओं एवं महिला शिक्षकों की स्वास्थ्य जांच के लिए यहां कोई लेडी डॉक्टर नहीं है। केंद्र में रखी एक्स-रे मशीन वर्षो से हाथी का दांत बनी हुई है। दवा भंडारण की स्थिति भी अच्छी नहीं है। हालांकि इस संबंध में कुलसचिव कर्नल अरुण कुमार सिंह का कहना है कि छात्र व कर्मियों के हित को ध्यान में रखते हुए करीब पांच लाख रुपये की दवा खरीदारी की स्वीकृति दी गई है। विवि के पास एक अपडेट एंबुलेंस भी है, जो किसी भी आपातकालीन स्थिति में उपयोग में लाया जाता है। महिला चिकित्सक को भी सप्ताह में तीन दिन तक सेवा देने की व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है।