थानेदार धमकाते हैं मुकदमा उठा लो, हमारी बेबसी समझिए हुजूर
दहेज के लिए घर से निकाल दी गई। डीआइजी से की फरियाद। रिव्यू कर हकीकत से अवगत कराने का दिया निर्देश।
भागलपुर, जेएनएन। एक लाख रुपये बतौर दहेज की मांग पूरी नहीं करने वाली अमरुण निशा ससुराल से भगा दी गई है वर्ष 2018 में जगदीशपुर के पुरैनी कमलचक निवासी रब्बानी अंसारी से ब्याही निशा दर-दर की ठोकर खाते गुरुवार को डीआइजी से फरियाद करने पहुंच गई। ससुराल में ढाए गए जुल्म की कहानी ऐसे बयां कि मानो एक ही सांस में सारी ज्यादती सुना देगी। निशा ने जगदीशपुर थानाध्यक्ष और तफ्तीश कर रहे पदाधिकारी पर मुकदमा उठा लेने की धमकी देने का आरोप भी लगाया है। डीआइजी सुजीत कुमार उसकी पीड़ा सुन विधि-व्यवस्था डीएसपी को केस की रिव्यू कर मामले की हकीकत से अवगत कराने का निर्देश दे दिया है। निशा को अब लगने लगा कि थाने में उसकी नहीं सुनी तो क्या ऊपर और भी कई पदाधिकारी हैं। कोई तो सुना। बेचारी अपने साथ आए रिश्ते के एक भाई के साथ डीआइजी कार्यालय से कोतवाली पहुंच गई। तीखी धूप और उमस से पसीने से लथपथ। वहां पता चला कि अब विधि-व्यवस्था डीएसपी कोतवाली वाले कार्यालय में तो बैठते नहीं। वहां से उसे नाथनगर जाना होगा। बेचारी फिर तीखी धूप का सामना कर पैदल ही निकल पड़ी। वहां एक घंटे लग गए उसे। वहां खुद के साथ हुई ज्यादती की जानकारी दे साथ लाए कागजात भी सौंप दिए। अब डीएसपी निसार अहमद शाह पूरे प्रकरण की जांच स्वयं करेंगे। इस बात की संभावना है कि एक सप्ताह में पूरे प्रकरण की रिपोर्ट डीआइजी के टेबल पर होगा।
क्या है मामला
सजौर थाना क्षेत्र के राधानगर गांव निवासी सराफत अंसारी की पुत्री अमरुण निशा का विवाह 27 सितंबर 2018 को जगदीशपुर के पुरैनी कमलचक निवासी रब्बानी अंसारी से हुआ था। निशा को उसके मां-बाप ने उपहार में जरूरत के काफी सामान दिया था। लेकिन जैसे ही वह ससुराल गई। उसे वहां ताने मिलने लगे। दर्ज केस में निशा ने अपनी सास समला खातून, गोतनी सम्मुन खातून, ननद फातमा खातून पर कई गंभीर आरोप लगाया है। निशा ने पति पर एक लाख रुपये टेलर की दुकान खोलने को मांगने की बात कही है। इसके लिए उसे अक्सर मारपीट करता था। ननदोसी जसीम अंसारी पर और भी गंभीर आरोप दर्ज केस में निशा ने लगाया है। तलाक देने और हत्या करा देने तक की धमकी उसे दी गई जिसका केस में जिक्र है। एक समय ऐसा भी आया कि वह मारपीट कर घर से निकाल दी गई। धमकी प्रकरण में जगदीशपुर थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार ने पूछे जाने पर कहा कि निशा की तरफ से दर्ज कराया केस तफ्तीश और पर्यवेक्षण में सत्य करार दिया गया है। आगे की कार्रवाई दंड प्रक्रिया संहिता के अनुसार की जाएगी। उनकी तैनाती थाने में नई हुई है। इसलिए मुकदमा उठा लेने की धमकी देने जैसी कोई बात नहीं है।