बांका में पिकअप वाहन चालक की हत्या, दो दिनों से था लापता, शव बरामद
बांका के पिकअप वाहन चालक की हत्या कर दी गई। वह पिछले दो दिनों से लापता था। मृतक के बड़े भाई ने सात नामजद और 30 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। ऐसा लग रहा है कि पिटाई के बाद उसकी हत्या की गई है।
बांका, जेएनएन। थाना क्षेत्र के झालूचक के रजौन बांध में शुक्रवार को एक युवक की लाश मिली। शव की पहचान इटवा गांव निवासी दिवाकर चौधरी (22 वर्ष) के रुप में हुई है। दिवाकर पिकअप वाहन चालक था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया। ज्ञात हो कि सुबह जब लोग शौच के लिए जा रहे थे तो युवक की लाश मिली। सूचना पर थानाध्यक्ष उमेश प्रसाद सहित अन्य पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
इधर, मृतक के पिता ब्रह्मदेव चौधरी, बडे भाई पिंटू चौधरी, राणा चौधरी सहित अन्य ने बताया कि दिवाकर चौधरी पिछले कुछ महिनों से मवेशी का चारे का कारोबार करता था। वे पिकअप गाड़ी खरीद कर पुआल, गेंहू की भूसी खरीदकर सुल्तानगंज, भागलपुर में जाकर बिक्री करता था। दो दिन पूर्व दिवाकर चौधरी शाहपुर गांव के एक श्रमिक विकास यादव को अपने साथ लेकर पुआल खरीदने खेसर गया था। जहां लौटने के क्रम में राता गांव के समीप किसी तरह वाहन असंतुलित हो गया। जिससे सड़क पर चल रहे एक वृद्ध को ठोकर लग गई। यह देख ग्रामीणों ने दिवाकर चौधरी एवं श्रमिक विकास यादव को बंधक बनाकर जमकर पिटाई कर दी। वहां से किसी तरह दिवाकर ने इसकी जानकारी अपने स्वजनों को दिया। इसके बाद पिंटू चौधरी , राणा चौधरी सहित अन्य लोग जबतक राता पहुंचते, इस बीच दिवाकर और विकास को राता के ग्रामीणों ने कहीं नजरबंद कर दिया। अंत में पीड़ित ने इसकी शिकायत खेसर पुलिस से की। इसके बाद खेसर थाना प्रभारी अनिल कुमार साह शाहपुर के विकास यादव को खोजकर पूछताछ के लिए थाना लाया। पुलिस ने दिवाकर चौधरी को भी खोज निकालने की बात कह पीड़ित को वापस भेज दिया। इसी क्रम में शुक्रवार को दिवाकर का शव मिला है। इधर, घटना पर इटवा गांव के अलावे झालूचक, परमानंदपुर, भूमिहारा, भरतशिला आदि के ग्रामीणों में आक्रोश है।
इस घटना में मृतक के बड़े भाई राणा चौधरी ने राता गांव के सात लोगों को नामजद करते हुए 30 अज्ञात पर मामला दर्ज कराया है। थानाध्यक्ष उमेश प्रसाद ने बताया कि नामजद आरोपितों की की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। ज्ञात हो कि थाना क्षेत्र में चार दिन के अंदर हत्या की यह दूसरी घटना है। इसके पूर्व हरिवंशपुर में राजमिस्त्री उमेश तांती की हत्या हुई थी।