लोस चुनाव में वीवीपैट पर देख सकेंगे पार्टी नाम, वोट डालकर की जांच
वीवीपैट व्यवस्था के तहत वोट डालने के तुरंत बाद कागज की एक पर्ची बनती है। जिस उम्मीदवार को वोट दिया गया है उनका नाम और चुनाव चिन्ह छपा होता है।
भागलपुर [जेएनएन]। लोकसभा चुनाव में पहली बार ईवीएम के साथ वीवीपैट (वोटर वेरीफाएबल पेपर ऑडिट ट्रैल) मशीन का इस्तेमाल होगा।
मास्टर ट्रेनर अरविंद ने बताया कि भागलपुर विधानसभा के 317 बूथ में वोटरों को जानकारी देनी है। उन्होंने बताया कि वीवीपैट व्यवस्था के तहत वोट डालने के तुरंत बाद कागज की एक पर्ची बनती है। जिस उम्मीदवार को वोट दिया गया है उनका नाम और चुनाव चिन्ह छपा होता है। किसी तरह का विवाद होने पर ईवीएम में पड़े वोट के साथ पर्ची का मिलान किया जा सकेगा। ईवीएम में लगे शीशे के एक स्क्रीन पर यह पर्चा सात सेकंड तक दिखाई देगा। वीवीपैट के स्क्रीन पर पर्चा देखने के बाद बॉक्स में साक्ष्य के रूप में जमा हो जाएगा।
वार्ड 21 के मंसूरगंज मध्य विद्यालय में वोटरों को वीवीपैट मशीन और ईवीएम पर वोट डालने की जानकारी मतदाताओं को दी गई। वार्ड पार्षद संजय सिन्हा ने ईवीएम का बटन दबाकर वोट डाला। मास्टर ट्रेनर अरविंद राणा, शेखर गुप्ता व राजीव रंजन ने मशीन की विशेषताओं की जानकारी दी।
खानापूर्ति बनकर रह गया प्रशिक्षण
इस दौरान मतदाताओं को जागरूक करने था, लेकिन सिर्फ विद्यालय के शिक्षक और कुछ लोगों तक ही सीमित रह गई। जागरूकता कार्यक्रम चंद लोगों के बीच महज खानापूर्ति बनकर रह गई है। जबकि बीएलओ द्वारा मतदाताओं को जानकारी तक नहीं दी जाती है। ऐसे में चुनाव के दौरान मतदाता वीवीपैट के विशेषता को लेकर अनजान रहेंगे।