डीलर के बेटे के अपहरण के बाद पीरो बाजार में दहशत, नक्सलियों की बढ़ती सक्रियता पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
पीरो बाजार में डीलर के बेटे के अपहरण के बाद दहशत है। नक्सलियों ने लगभग दो साल बाद अपहरण की घटना को अंजाम दिया है। पीरो बाजार के आसपास नक्सलियों की बढ़ती सक्रियता पुलिस के लिए भी बड़ी चुनौती है। हालांकि पुलिस ने...
संसू., पीरी बाजार (लखीसराय)। पीरी बाजार एवं आसपास के क्षेत्र में एक फिर नक्सलियों का खौफ कायम हो गया है। नक्सलियों ने लगभग दो साल बाद अपहरण की घटना को अंजाम दिया है। चौकरा के डीलर भागवत प्रसाद के पुत्र दीपक कुमार (26) को अगवा किया गया है। इससे पूर्व छह दिसंबर 2019 को घोघी के मदन मोहन ङ्क्षसह का अपहरण उनके घर से कर लिया गया था। उसे 21 दिसंबर की रात में नक्सलियों से मुक्त कराया जा सका था।
इधर डीलर पुत्र को अगवा किए जाने के बाद एक बार फिर लोग डरे सहमे हुए हैं। लगभग दो दर्जन हथियारबंद नक्सली दस्ता में कई महिलाएं भी शामिल थी। शनिवार की रात दीपक कुमार को उसके घर से अगवा कर लिया गया। अपहृत के पिता डीलर भागवत प्रसाद पीरी बाजार थाना स्थित बजरंगवली मंदिर में कीर्तन एवं आरती कर रहे थे। तभी उन्हें मोबाइल पर घटना की सूचना मिली। उसने तत्काल पीरी बाजार थानाध्यक्ष को इसकी सूचना दी।
सूचना पर पीरी बाजार थानाध्यक्ष एसटीएफ जवान के साथ आधा दर्जन बाइक से नक्सलियों का पीछा किया। इस दौरान दहशत कायम करने के लिए नक्सलियों की ओर से फायङ्क्षरग शुरू कर दिया। नक्सलियों ने रास्ता रोकने के लिए पहले से सड़क पर इमली का पेड़ गिरा दिया था। इस कारण रास्ता अवरुद्ध हो जाने से पुलिस ने कच्चे रास्ते से होकर उसका पीछा किया। भगतपुर लठिया मुख्य मार्ग पर चौरा पहाड़ी के नजदीक दोनों के बीच मुठभेड़ हो गया। इसमें एक नक्सली लठिया साहेब टोला के स्व. गोङ्क्षवद कोड़ा के पुत्र प्रमोद कोड़ा पुलिस के गोलियां का निशाना बन गया। हालांकि नक्सली डीलर पुत्र को ले जाने में सफल रहा है।
आटो से नक्सली आया था गांव तक
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नक्सली आटो से पहाड़ी की तरफ से गांव तक आया था। रामपुर के एक आटो चालक ने उसे भगतपुर मोड़ तक लाकर छोड़ा। उसके बाद वहां से पैदल नक्सली अपहृत के घर तक आए। बताया जा रहा है भागवत प्रसाद का घर भी उसी ने बताया था।
मृत नक्सली पर पूर्व में कई नक्सली वारदात में थे शामिल
पुलिस मुठभेड़ में मारा गया नक्सली प्रमोद कोड़ा हार्डकोर नेता बालेश्वर कोड़ा एवं अर्जुन कोड़ा के दस्ते का सक्रिय सदस्य बताया जा रहा है। पुलिस से मिल रही सूचना के मुताबिक मारे गए नक्सली के खिलाफ आठ से नौ मामले दर्ज होने की पुष्टि एसपी सुशील कुमार ने की है। इसके अलावा उसके विरुद्ध दर्ज अन्य मामले का पता लगाया जा रहा है।