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पूर्णिया में इसा साल 95 हजार हेक्‍टेयर में होगी धान की खेती, जैविक खेती के लिए किसानों को किया जाएगा जागरूक

पूर्णिया में इसा साल 95 हजार हेक्‍टेयर में धान की खेती होगी। कृष‍ि विभाग ने खरीफ फसल के लिए लक्ष्‍या निर्धारित कर दिया है। साथ ही किसानोें को जैविक खेती के लिए जागरूक किया जाएगा। इसके लिए कृष‍ि विभाग की ओर से...

By Abhishek KumarEdited By: Published: Fri, 27 May 2022 10:42 AM (IST)Updated: Fri, 27 May 2022 10:42 AM (IST)
पूर्णिया में इसा साल 95 हजार हेक्‍टेयर में होगी धान की खेती, जैविक खेती के लिए किसानों को किया जाएगा जागरूक
पूर्णिया में इसा साल 95 हजार हेक्‍टेयर में धान की खेती होगी।

जागरण संवाददाता,पूर्णिया। साल 2022 के खरीफ के लिए कृषि विभाग के द्वारा पूर्णिया प्रमंडल के लिए लक्ष्य का निर्धारण कर दिया गया है। कृषि विभाग ने इस साल पूर्णिया जिले में 95 हजार हेक्टेयर में धान की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। 

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बिहार सरकार में जैविक खेती कॉरिडोर के राज्य नोडल पदाधिकारी सह संयुक्त निदेशक (शष्य) बायो गैस विजेंद्र चौधरी ने कहा कि इस साल खरीफ मौसम के लिए विभाग के तरफ से धान, मक्का, मडुआ समेत सभी दलहन और तिलहनी फसलों के साथ-साथ उर्वरकों की आवश्यकता के लिए सरकार के द्वारा लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

वहीं इस बार सरकार किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ खेती की लागत में कमी लाने, उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के साथ-साथ जैविक खेती पर ज्यादा जोड़ दे रही है।उन्होंने सभी किसान सलाहकार व कृषि समन्वयकों को किसानों से निरंतर संवाद कर रासायनिक खेती की जगह जैविक खेती करने के प्रति जागरूक करने की सलाह दी।

उन्होंने कहा कि ज्यादा रासायनिक खाद के इस्तेमाल से जमीन की उर्वरता में कमी आ रही है।जमीन को सुरक्षित रखने के लिए किसानों को रासायनिक खेती की जगह जैविक खेती करनी चाहिए।वहीं कार्यशाला में जिला कृषि पदाधिकारी प्रकाश चन्द्र मिश्रा ने प्रशिक्षण के दौरान जिले में खरीफ 2022 में क्रियान्वित की जानेवाली योजनाओं की जानकारी पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई।

इसके साथ कृषि विज्ञान केंद्र एवं भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिकों ने धान की श्री विधि तकनीक, शंकर धान उत्पादन, मक्के के पैकेज प्रणाली एवं खरीफ फसलों के संबंधों में विस्तार से बताया।प्रशिक्षण के अवसर भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक एसपी सिन्हा ,केवीके जलालगढ़ की डॉ. सीमा कुमारी के अलावा भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पारसनाथ, आत्मा के परियोजना निदेशक ई. दीपक कुमार ने भी कृषि विभाग के कर्मियों व किसानों को विस्तार से योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

खरीफ सीजन के लिए उर्वरकों का भी लक्ष्य निर्धारित...

खरीफ 2022 के लिए कृषि विभाग के द्वारा पूर्णिया प्रमंडल के लिए लक्ष्य का निर्धारण कर दिया गया है।इस साल जिले के लिए 30192 मीट्रिक टन यूरिया,10876 मीट्रिक टन डीएपी, 5653 मीट्रिक टन एनपीके , 2338 मीट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

जैविक खेती पर विशेष जोर, जलवायु अनुकूल खेती के लिए करें प्रेरित

प्रमंडल स्तरीय खरीफ महोत्सव प्रशिक्षण कार्यशाला में इस बार किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए विशेष जोर दिया गया।संयुक्त निदेशक (शष्य) बायो गैस विजेंद्र चौधरी नेने कहा कि सरकार के द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाये चलाई जा रही है।जरूरत है कि किसानों को योजनाओं की सही जानकारी देने के साथ-साथ उन्हें इससे इस योजना से जोड़ना है।साथ ही साथ उन्होंने किसानों को जलवायु अनुकूल खेती करने के लिए भी प्रेरित करने का निर्देश दिया।


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