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सामान्य से कम हुई बारिश, धान की खेती प्रभावित, जानिए... क्या करें Bhagalpur News

काफी कम बारिश होने के साथ सिंचाई की समस्या है। इसके कारण धान की बुआई में देरी हो रही है। कम बारिश होने के कारण किसानों को धान की सीधी बुआई करनी चाहिए।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 03 Jul 2019 01:44 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jul 2019 01:44 PM (IST)
सामान्य से कम हुई बारिश, धान की खेती प्रभावित, जानिए... क्या करें Bhagalpur News
सामान्य से कम हुई बारिश, धान की खेती प्रभावित, जानिए... क्या करें Bhagalpur News

भागलपुर [जेएनएन]। भागलपुर में 50 फीसद और बांका में 73 फीसद सामान्य से भी कम बारिश हुई है। दो-तीन दिनों में यदि अच्छी बारिश नहीं हुई तो धान की खेती प्रभावित होगी। अब यदि बारिश होती है तो किसान को धान की कम अवधि का प्रवेध का उपयोग करना चाहिए। इससे रबी फसल के प्रभावित होने की संभावना कम होगी। मई के अंत तक जो बारिश होती है किसान नर्सरी में बीज देते हैं। फसल के उत्पादन में उपयुक्त समय चाहिए। इसलिए कम वर्षा होने के कारण किसान को धान की सीधी बुआई करनी चाहिए। इससे कम खर्च में खेती हो सकती है। धान की खेती में अधिक पानी की जरूरत होती है। किसान यदि सही तरीके से खेती करे तो धान की उपज में कोई फर्क नहीं आएगा।

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संयुक्त कृषि निदेशक शंकर कुमार चौधरी के अनुसार सामान्य से काफी कम बारिश होने के साथ सिंचाई की समस्या है। इसके कारण धान की बुआई में देरी हो रही है। कम बारिश होने के कारण किसानों को धान की सीधी बुआई करनी चाहिए। इससे कम खर्च में खेती होने के साथ ही पैदावार में भी कोई फर्क नहीं आएगा। कतरनी धान की रोपनी में कमी आइ है। कतरनी धान को बढ़ावा देने के लिए विभाग प्रयास कर रही है। किसानों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

किसानों को गुणवत्ता सुधारने के लिए किसानों को बीज उपलब्ध कराया जा रहा है। बिहार राज्य बीज निगम द्वारा बीज की आपूर्ति की जा रही है। बीज में गड़बड़ी के कारण फसल को नुकसान पहुंचने पर बीज निगम उसकी भरपाई करेगा। उन्होंने कहा कि सिंचाई के लिए कई जगह पोखर भी बनाए गए हैं। लेकिन काफी कम बारिश नहीं होने के कारण पोखरों की बात तो दूर चानन नदी तक सूख गए हैं।


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