मुन्ना सिंह की हनक से फड़ में छा गई थी वीरानी, दूसरे अड्डे होने लगे थे बंद
मुन्ना सिंह की हनक से मुंदीचक सकरूल्लाचक बाबूपुर चौका फतेहपुर ललमटिया साहेबगंज के फड़ में वीरानी छा गई थी! अब पुराने फड़ों में फिर गहमागहमी बढ़ी है।
भागलपुर, जेएनएन। साई होटल में चल रहे थे जुए के फड़ की बहार ही ऐसी थी कि शहर के अन्य फड़ों की चमक फीकी पड़ गई थी। होटल संचालक मुन्ना सिंह की हनक ही ऐसी थी कि फड़ संचालन के पुराने घाघ सलामती के गरज से धंधे को समेटने लगे थे। उनमें से एक-दो की चर्चा चोरी-छिपे पांच-दस स्थानीय जुआरियों की मदद से धंधा किसी तरह चलने की थी। दरअसल साई होटल में वातानुकूलित कमरे, मनचाहे ब्रांड की शराब और भी बहुत कुछ जुआरियों को उपलब्ध था। जिससे जुआ खेलने वालों का रुख सहज साई के फड़ की ओर जाने लगा। वहां जुआरियों को बिना भय के फड़ पर बैठने में सुरक्षा की गारंटी दी जाती थी। इसी सुरक्षा गारंटी ने शहर के मुंदीचक, सकरूल्लाचक, बाबूपुर चौका, फतेहपुर, ललमटिया, साहेबगंज में लगने वाली फड़ की चमक फीकी कर रखी थी। पुराने घाघ बबलू उर्फ ए मियां, संतोष, राकेश उर्फ रक्को, कुंदन, अकबर, प्रकाश समेत ऐसे आधा दर्जन दागी फड़ चलाने वाले मुन्ना की हिट लिस्ट में थे। यानी जरा भी गड़बड़ हुई। धंधे में टांग अड़ाने की कोशिश पर उन्हें बड़ी चोट देने की भी व्यवस्था थी। कहा जाता है कि मुन्ना के भय से भयभीत दूसरे फड़ चलाने वाले खुद और अपने कुछ खास लोगों की मदद से बाइक पर जुआरियों को फड़ तक लाते थे। सबक काम चोरी-छुपे होता था। शहर के एक थाने की गश्ती गाड़ी रोज तय समय पर मिनी मार्केट के पास देखी जाती थी। बुलेट, पल्सर आदि बाइक से आने-जाने वाले जुआरियों पर नजर रखने के लिए अलग से भी आदमी लगाए जाते थे। साई का फड़ बंद होते ही दूसरे संचालकों के फड़ पर अब गहमागहमी बढऩे लगी है। प्रशिक्षु डीएसपी दिवेश तिवारी, विपिन बिहारी और डॉ. गौरव मिश्रा की संयुक्त अगुआई में एक बड़े फड़ की बहार पर ब्रेक तो लग गया। अब साई के फड़ के बंद होते ही पुराने फड़ संचालकों की मानो बहार आ गई हो। व्यस्त मोहल्ले में चलाए जा रहे इन फड़ों से आम लोगों की परेशानी फिर बढ़ जाएगी।
होटल संचालक की गिरफ्तारी में पुलिस के ठिठक रहे पांव
तातारपुर पुलिस अन्य थानों की मदद से होटल संचालक मुन्ना सिंह के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। इतनी हनक वाले संचालक भला अपने ससुराल में छिपा मिलेगा। पुलिस की तकनीकी निगरानी के जरिए उसे दबोचने का अबतक का प्रयास सफल साबित नहीं हो पा रहा है। फड़ के उद्भेदन को पांच दिन बीत चुके हैं। डीआइजी सुजीत कुमार हालांकि आरोपित संचालक समेत लूट की वारदातों में शामिल बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी को निर्देश दे रखा है।