'बदल गया है आदमी, बदले के भाव से... रिसता हुआ है आदमी रिश्ते तनाव से'
भागलपुर के हिन्दी और अंगिका के कवियों ने टीएनबी कॉलेज के सभागार में काव्य गोष्ठी आयोजित की। इस अवसर पर यहां कवियों नेबेहतरीन प्रस्तुति दी। हिन्दी विभाग ने कार्यक्रम आयोजित की थी।
भागलपुर [जेएनएन]। टीएनबी कॉलेज के सभागार में काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी में उपस्थित रचनाकारों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। गोष्ठी में शामिल मुख्य कवियों में बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के पूर्व कुलपति डॉ. रविंद्र कुमार वर्मा, पूर्व डीआइजी अनिल कुमार सिंह, गीतकार राजकुमार, रंजन जी, दिनेश तपन, शतदल, मंजरी, माधवी चौधरी एवं राहुल शिवाय ने अपनी कविताओं से लोगों का दिल जीत लिया।
गीतकार राजकुमार ने अपनी कविता 'बदल गया है आदमी, बदले के भाव से, रिसता हुआ है आदमी रिश्ते तनाव से', 'किसनें दी धार-धार, धार आज किसने दी। किसने दी रंग को फुहार आज किसनें दी' आदि प्रस्तुत किए। उनकी कविताओं और गायन शैली से लोग वाह-वाह करने लगे। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने कई कविताएं पेश की। इस बीच श्रोताओं ने उनकी कई स्वरचित बेहतरीन रचनाएं सुनाने का आग्रह किया। राजकुमार की प्रस्तुति से कार्यक्रम में चार चांद लग गया।
कार्यक्रम में आए कवियों का स्वागत हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो. अलोक कुमार चौबे ने किया। इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत हिंदी विभाग की छात्रा पूजा, शिखाश्री, मनीषा और प्रियव्रत ने कुलगीत गायन के साथ की। मंच संचालन हिन्दी विभाग के शिक्षक डॉ. सुबोध मंडल कर रहे थे। धन्यवाद ज्ञापन की औपचारिकता डॉ. जितेंद्र कुमार ने पूरी की। कार्यक्रम का आयोजन हिन्दी विभाग द्वारा किया गया।
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