Acid attack : वाराणसी में तीन घंटे चला छात्रा का ऑपरेशन, अगले 24 घंटे हैं काफी महत्वपूर्ण
वाराणसी के समयन अस्पताल में इलाजरत Acid attack छात्रा की स्थिति अभी नाजूक बनी हुई है। इधर भागलपुर पुलिस वाराणसी पहुंची। जहां छात्रा और उनके परिजन से बयान लिया।
भागलपुर [जेएनएन]। वाराणसी के समयन अस्पताल में इलाजरत छात्रा को अब दुआओं की जरूरत है। मंगलवार को डॉक्टरों की टीम ने उसका तीन घंटे से ज्यादा समय तक ऑपरेशन किया। इसके लिए छात्रा के लिए अगले 24 घंटे काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाले हैं। छात्रा की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। छात्रा की पट्टी हटाकर बेहोश करके ऑपरेशन हुआ है। ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने परिजनों को बताया है, नुकसान का जितना आकलन किया गया था। उससे कुछ कम नुकसान हुआ है। इससे छात्रा को जल्द स्वस्थ होने में काफी मदद मिलेगी। यह जानकारी छात्रा की मदद के लिए पहुंचे अंकित कुमार ने दी।
कहा है होश आने पर दर्द से बढ़ सकती है परेशानी
डॉक्टरों ने परिजनों को कहा है कि छात्रा को होश आने के बाद उसका दर्द बढ़ सकता है। इस कारण परिजनों को हिम्मत रखनी होगी। डॉक्टरों ने एसिड हमले के कारण छात्रा के टेढ़े हुए हाथ को सीधा करने के लिए रॉड लगाया है। पूरी तरह होश में आने के बाद डॉक्टर एक दो दिन में स्थिति सुधरने पर छात्रा का एक्सरसाइज भी शुरू कराएंगे। ताकि वह जल्द से जल्द रिकवर हो सके। छात्रा को ऑपरेशन के पहले अनार और नारियल पानी दिया गया था। एसिड के कारण उसका पूरा चेहरा बुरी तरह सूज गया है।
कागजातों पर लिया जा रहा है पैंरों के अंगूठे का निशान
छात्रा से पुलिस ने जो बयान लिया था। उस कागजात पर छात्रा के दाहिने पैर के अंगूठे का निशान लिया गया। कारण एसिड हमले के कारण उसका दोनों हाथ बुरी तरह जख्मी हुआ है। ऐसे में जरूरी कागजातों पर पैरों के अंगूठे का निशान लिया जा रहा है। वहीं बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने भी परिजनों से मोबाइल पर बात कर हाल चाल जाना। छात्रा के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
एसिड हमले में दूसरा आरोपित राजा यादव गिरफ्तार
अलीगंज में छात्रा पर एसिड से हमला मामले में पुलिस ने एक और आरोपित गंगटी निवासी राजा यादव को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी पीडि़त छात्रा के बयान के आधार पर की गई। पुलिस इसके पहले पड़ोसी युवक प्रिंस को गिरफ्तार कर चुकी है।
वाराणसी के समयन अस्पताल में भागलपुर पुलिस की रीता कुमारी ने सोमवार को पीडि़त छात्रा का बयान लिया। छात्रा ने पुलिस को बताया जब वह मां के साथ किचन में हाथ बंटा रही थी। तभी पड़ोसी प्रिंस और राजा समेत दो अन्य अपराधी हथियार के साथ छत के रास्ते नीचे उतरे। उनमें से एक ने मां को पिस्टल सटा दिया और दूसरे ने उसका हाथ पकड़ लिया। तभी प्रिंस के कहने पर तीसरे अपराधी ने उस पर एसिड डाल दिया। एसिड डालने के बाद उसे जलन होने लगी। वह भाग कर घर के हॉल में आकर छटपटाने लगी। जलन की पीड़ा से चिल्लाने लगी। चिल्लाने की आवाज पर चारों मुख्य दरवाजे की तरफ से भाग निकले।
मां का भी पुलिस ने लिया बयान
मां ने भी पूछताछ में बेटी की बातों का समर्थन किया है। साथ ही कहा है कि उनकी बेटी पर एसिड से हमला होते ही वह हॉल में जमीन पर लेटकर तड़पने लगी। तब तक उसकी आवाज सुनकर आसपास से काफी संख्या में लोग जमा हो गए। इसके बाद बेटी को इलाज के लिए मायागंज अस्पताल भेजा गया। वहां बेटी की गंभीर हालत देखकर डॉक्टरों ने उसे बाहर ले जाने की सलाह दी। इस कारण उसके पिता आधी रात बाद ही छात्रा को गंभीर हालत में वाराणसी लेकर चले गए। जहां उसकी स्थिति बेहतर हो रही है।
तीन संदिग्ध चल रहे हैं फरार
पुलिस को इस मामले में कई संदिग्धों की तलाश है। उनमें से तीन अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। उनके घर पर पुलिस ने छापेमारी की थी। वे लोग घटना के दूसरे दिन से ही नहीं है। घरवाले भी उन लोगों के बारे में कोई जानकारी पुलिस को नहीं दे रहे हैं। दो दिन पहले गंगटी में हुई छापेमारी के लिए जब पुलिस एक घर पहुंची तो युवक घर में मौजूद था। लेकिन बवाल का फायदा उठाकर छत से कूदकर भाग निकला।
बार-बार बदल रहे बयानों से बढ़ रही पुलिस की मुश्किल
छात्रा पर एसिड से हमला करने मामले में पुलिस के सामने नई समस्या खड़ी हो गई है। पुलिस ने इस मामले में जिन भी संदिग्धों को हिरासत में लिया है। वे लोग बार बार अपना बयान बदल रहे हैं। साथ ही वे अलग अलग अधिकारियों को अलग अलग बातें बता रहे हैं। ऐसे में पुलिस एसिड से हमले के एक कारण पर केंद्रित नहीं हो पा रही है। मंगलवार को मोजाहिदपुर थाने में दिन भर एसएसपी आशीष भारती, सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज और सिटी डीएसपी राजवंश से ने संदिग्धों से पूछताछ की। मिली जानकारी का पुलिस सत्यापन कर रही है।
मनीष की निशानदेही पर तीन अन्य हिरासत में
घटना के दिन से ही गायब गंगटी के मनीष यादव को पुलिस ने सुल्तानगंज से उठाया है। पुलिस उससे छात्रा के मोबाइल के बारे में पूछताछ कर रही है। पुलिस ने उससे पूछताछ के बाद तीन अन्य को भी पूछताछ के लिए उठाया है। बता दें कि घटना के बाद से छात्रा का मोबाइल गायब था। दूसरे दिन गंगटी निवासी राजा यादव ने छात्रा का मोबाइल पुलिस को सौंपा था। राजा ने बताया कि उसके भाई को छात्रा के घर के समीप ही मोबाइल गिरा मिला था। इस कारण उसने राजा के भाई से पूछताछ की। उसने कहा कि उसे गंगटी के मनीष यादव ने मोबाइल दिया था। लेकिन जब पुलिस मनीष को ढूंढने गई तो वह घर में नहीं था।
पुराने इंचार्ज को बुलाया गया मुंगेर से
पुलिस ने मामला सुलझाने के लिए पूर्व बरारी इंचार्ज रोहित कुमार सिंह और पूर्व बबरगंज इंचार्ज राजेश कुमार रंजन को सहयोग के लिए बुलाया है। वे लोग वर्तमान में मुंगेर जिला बल में पदस्थापित हैं। लेकिन उन लोगों को भी अब तक कोई ठोस लिंक नहीं मिला है। उन लोगों ने आसपास के इलाकों में भी कई लोगों से पूछताछ की। लेकिन कोई ठोस जानकारी कोई नहीं दे रहा है। इस मामले में आरोपितों के भागने के बारे में भी कोई स्पष्ट नहीं बता रहा है। जिससे आरोपितों तक पुलिस पहुंच सके।
छात्रा को लेकर अफवाह फैलाने वालों पर होगी 107 की कार्रवाई
एसिड हमले में बुरी तरह घायल हुई छात्रा को लेकर सोशल साइट पर अफवाह फैलाने वाले लोग कार्रवाई की जद में आएंगे। बता दें कि कुछ घटना के दिन से ही सोशल साइट पर गलत प्रचार-प्रसार कर शहर का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। यहीं नहीं कुछ छात्र नेता, सामाजिक कार्यकर्ता अन्य लोग छात्रा की पहचान उजागर करने के साथ घायल हालत की अस्त व्यस्त तस्वीर तेजी से वायरल कर रहे हैं।
अफवाहों को लेकर सख्त हुए अफसर
डीआइजी विकास वैभव ने ऐसे लोगों के विरुद्ध सख्ती का निर्देश एसएसपी आशीष भारती को दिया है। उन्होंने लोगों से अफवाह ना फैलाने की अपील की है। साथ ही कहा है कि यदि अफवाह फैलाने वाले नहीं मानें तो पुलिस उन पर कार्रवाई करेगी। सोमवार को भी कुछ युवकों ने छात्रा को लेकर सोशल साइट पर तरह तरह की अफवाह फैलाई। पुलिस ने तीन दिनों के भीतर अफवाह उड़ाने वालों को चिन्हित करना शुरू कर दिया है। पुलिस सोशल साइट का स्क्रीन शॉट लेकर कार्रवाई करेगी।
छात्रा के परिजनों ने भी की है आपत्ति
सोशल साइट पर छात्रा को लेकर तरह तरह की अफवाह फैलाने से परिजन भी आहत हैं। उसके पिता ने कहा कि वे खुद इतनी बड़ी विपत्ति में हैं। कुछ लोगों के अफवाह के कारण भागलपुर में रह रहे परिवार वाले कई बार घबरा चुके हैं। अफवाह सुनते ही वे लोग तुरंत उनसे बात करके बेटी के बारे में जानकारी लेते हैं। ऐसे में उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि उनकी बेटी के लिए वे दुआ मांगे। अफवाह फैलाकर उन लोगों की परेशानी ना बढ़ाएं। हर दिन उड़ रही अफवाहों के कारण पुलिस भी परेशान है।
अफवाह रोकना होगी चुनौती
छात्रा पर एसिड से हमले जैसे गंभीर मामले में उड़ रही अफवाह पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रही है। पुलिस के पास अफवाहों को रोकने का कोई संसाधन नहीं है। यहीं नहीं पुलिस की तरफ से लगातार अधिकारी अफवाह नहीं फैलाने की अपील कर रहे हैं। लेकिन सोशल साइट पर खुद को आगे रखने की आड़ में कुछ लोग झूठ को भी ज्यादा से ज्यादा वायरल करते हैं। पुलिस के लिए आगे भी अफवाह रोकना चुनौती साबित होने वाली है।