Move to Jagran APP

OMG! बिहार का ये पप्पू 10 वीं पास ही नहीं हुआ, बन गया सरकारी टीचर, कटिहार में दस साल से उठा रहा था वेतन

बिहार में 10वीं फेल गुरुजी कटिहार में 10 साल से फर्जी टीचर उठा रहा था सैलरी निगरानी की कार्रवाई के बाद फरार हो गया है। फर्जी शिक्षक का नाम पप्पू मंडल बताया जा रहा है। पप्पू मंडल दसवीं फेल है और...

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Sun, 16 Jan 2022 05:06 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 05:06 PM (IST)
OMG! बिहार का ये पप्पू 10 वीं पास ही नहीं हुआ, बन गया सरकारी टीचर, कटिहार में दस साल से उठा रहा था वेतन
निगरानी विभाग ने की कार्रवाई, जांच में मिला फेल है दसवीं।

जागरण संवाददाता, कटिहार: बिहार में 10वीं फेल गुरुजी का खुलासा हुआ है। फर्जी शैक्षणिक प्रमाणपत्र पर पिछले 10 वर्षों से नियोजित शिक्षक के रूप में कार्यरत एक शिक्षक पर निगरानी विभाग की कार्रवाई की गाज गिरी है। प्राणपुर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय तेलीटोला प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक पप्पू मंडल के विरूद्ध निगरानी डीएसपी मिथिलेश कुमार जायसवाल ने प्राणपुर थाना में फर्जीवाड़ा एवं वेतन मद में सरकारी राशि के गबन का मामला दर्ज कराया है। केस दर्ज होने के बाद से नियेाजित शिक्षक फरार बताया जा रहा है।

loksabha election banner

मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2012 में पप्पू मंडल नियोजित शिक्षक के रूप में बहाल हुआ था। नियोजन प्रक्रिया में अनियमितता बरते जाने एवं फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर शिक्षक पद पर बहाल होने को लेकर उच्च न्यायालय में दायर वाद के आलोक में निगरानी द्वारा इसकी जांच विभिन्न जिलों में कराई गई। नियोजन इकाईयों से निगरानी ने नियोजित शिक्षकों के प्रमाण्पपत्र से संंबंधित फोल्डर तलब किया।

  • -मैट्रिक के फर्जी अंकपत्र पर नौकरी कर रहे नियोजित शिक्षक पर निगरानी ने दर्ज कराया केस
  • - प्राणपुर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय तेलीटोला में 10 वर्ष तक कार्यरत रहा पप्पू मंडल

प्राथमिक विद्यालय तेलीटोला के नियोजित शिक्षक पप्पू मंडल द्वारा नियोजन इकाई को दिए आवेदन तथा मैट्रिक का प्रमाणपत्र निगरानी को हस्तगत कराया गया। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से प्रमाणपत्र का सत्यापन कराए जाने के क्रम में प्रमाणपत्र फर्जी होने तथा गलत तरीके से छेड़छाड़ कर शैक्षणिक प्रमाणपत्र पर गलत तरीके से 335 अंक दर्ज किए जाने की बात सामने आई। निगरानी डीएसपी द्वारा नियोजित शिक्षक पर केस दर्ज कराए जाने की कार्रवाई की गई।

पप्पू पर आरोप 

  • नियोजन के समय 2000 में मैट्रिक के अंक पत्र में द्वितीय श्रेणी तथा कुल अंक 335 प्राप्त दिखाया गया था।
  • अंकपत्र 2012 के नियोजन के समय जमा कराया गया।
  • बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना द्वारा सत्यापित मांगे गए प्रतिवेदन में पप्पू के 285 अंक तथा श्रेणी फेल बताया गया।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.